#ChitrakootJail: उत्तर प्रदेश में कुख्यात अपराधी मख्तार अंसारी के तीन खास गुर्गे चित्रकुट जेल में आपस में ही गोलीबारी में मारे गए। मेराज और मुकीम काला को जहां जेल में ही गैंगस्टर अंशु दीक्षित ने मार दिया। वहीं पुलिस ने बाद में एंकाउंटर में दीक्षित को जेल में ढेर कर दिया। तीनों को पिछले कुछ दिनों में ही चित्रकुट जेल में भेजा गया था। मुकीम काला कैराना इलाके में हिंदुओं के पलायन के पीछे मुख्य साजिशकर्त्ता माना जाता था। इससे पहले अंसारी का राइट हैंड मुन्ना बजरंगी भी जेल में ही मारा गया था।
जिस समय जेल में गोलियां चल रही थी। तो पुलिस को तुरंत सूचना दी गई। पुलिस फोर्स ने तुरंत जेल में मोर्चा संभाला। लेकिन तब तक अंशु दीक्षित ने काला और मेराज को मार दिया था। जबकि तीन अन्य कुख्यात कैदियों को घायल कर दिया था। पुलिस ने अंशुल दीक्षित को सरेंडर करने को कहा, लेकिन वो लगातार फायरिंग करता रहा। बाद में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अंशु भी मारा गया। जेल में इतनी बड़ी गोलीबारी की सूचना से राज्य प्रशासन सकते में है। घटना की जांच और जेल का जायजा लेने के लिए प्रभारी उप महानिरीक्षक कारागार पीएन पांडे पहुंच चुके हैं।
जेल सूत्रों के मुताबिक मुकीम काला और अंशु दीक्षित दोनों पश्चिमी यूपी का कुख्यात बदमाश अंशु दीक्षित ने आज सुबह की परेड के बाद अपने साथ बंद मेराज और मुकीम काला पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। हमले में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद अंशु जेल के भीतर ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहा था। जोकि करीब आधे घंटे तक चली। इस दौरान उसने तीन अन्य कैदियों पर भी हमला किया। बाद में पुलिस आने पर उसकी घेरेबंदी करके एनकाउंटर हुआ।
गैंगवार में मारा गया मुकीम काला पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कुख्यात गैंगेस्टर था। उस पर एक लाख रुपए का ईनाम भी था। अखिलेश यादव की सरकार के समय इस काला पर कोई लगाम नहीं थी। मुख्तार अंसारी और आज़म ख़ान की वजह से मुकीम काला पर पुलिस हाथ नहीं डालती थी। हालांकि उसकी तलाश यूपी हरियाणा, पंजाब राजस्थान को भी थी। उसने सहारनपुर में पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी में तनिष्क शोरूम में दस करोड़ की डकैती डाली थी। जब उसे गिरफ्तार किया गया तो उसके पास एके-47 भी बरामद की थी।
मुकीम काला और इसका परिवार भी गुंडागर्दी में शामिल रहे हैं। इसका दूसरा भाई वसीम काला को 2017 में पुलिस ने मार गिराया था। शामली जिले के कैराना के जहानपुरा गांव का रहने वाला था। इसी इलाके में सबसे ज्य़ादा हिंदुओं का पलायन हुआ था। मुकीम पर शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर के अलावा दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में 61 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें लूट, रंगदारी, अपहरण, फिरौती जैसे 35 से ज्यादा मुकदमे थे।
हालांकि बड़ा सवाल ये है कि जेल की सुरक्षा के भीतर अंशु दीक्षित के पास पिस्टल कहां से आई? दूसरी बड़ी बात ये है कि अंशु दीक्षित ने काला को मारने के लिए सुपारी ली थी, फिर उसे मुकीम काला वाली जेल में कैसे ट्रांसफर किया। सीतापुर जिले के मानकपुर कुड़रा बनी का मूल निवासी अंशु दीक्षित लखनऊ विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान अपराधियों के संपर्क में आया। वो 2008 में वह गोपालगंज (बिहार) में अवैध हथियारों के साथ पकड़ा गया था। अंशु भी मुख्तार अंसारी का खास व शार्प शूटर था। 27 अक्टूबर 2013 को उसने मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश एसटीएफ पर गोलियां चलाई थीं।