Cyclone Yaas ने ख़तरनाक रूप दिखाना शुरू कर दिया है। उड़ीसा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) के तटीय इलाकों में तेज़ हवाएं चल रही हैं। हल्के घर गिर रहे हैं और पेड़ उखड़ रहे हैं। सरकार ने प्रोएक्टिव अप्रोच लेते हुए बंगाल और ओडिशा में 12 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों (More then 12 lacs evaquate) पर पहुंचाया दिया है। अब से कुछ घंटों में ये तूफान उड़ीसा के धामरा पोर्ट (Dhamra Port)के पास टकराने वाला है। साइक्लोन को देखते हुए कोलकाता (Kolkata), भूवनेश्वर (Bhubaneswar) और झारसुगुड़ा (Jharsuguda) समते 5 एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। फिलहाल साइक्लोन से दीघा (Digha), बालासोर (Balasore), धामरा और भद्रक (Bhadrak) जिलों में 8-10 फुट ऊंची लहरें उठ रही हैं। जोकि आसपास के घरों को तबाह कर रह हैं। बड़ी बड़ी गाडि़यां इस पानी में पत्तों की तरह बह रही हैं। ट्रेनों और हवाई जहाजों को जंजीरों से बांधा गया है। ताकि वो भी बह ना जाएं।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात ओडिशा के बालेश्वर व भद्रक जिले के बीच स्थित धामरा के निकट तट से टकराने वाला है। इस समय 155-165 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलेगी जोकि 185 किलोमीटर प्रतिघंटा तक भी पहुंच जाएंगी। मौसम विभाग ने बंगाल व ओडिशा के लिए बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
चक्रवाती तूफान यास के लैंडफाल से पहले ओडिशा के पारादीप में तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश से सबकुछ अस्त व्यस्त हो गया है। भद्रक जिले के भामरा में भी तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है।
सरकार को पहले से ही इस साइक्लोन की गंभीरता का पता चल गया था लिहाजा केंद्र और राज्यों ने इससे मुकाबला करने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। केंद्र ने NDRF की कुल 113 टीमें पांच राज्यों में तैनात की हैं। 52 टीमें ओडिशा और 45 टीमें बंगाल में तैनात हैं। बाकी अन्य प्रभावित राज्यों में रहेंगी। इसके अलावा 50 टीमों को साइक्लोन के बाद के लिए तैयार रखा गया है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा कि पिछले तूफानों से सबक लेते हुए इस बार हमने ज्य़ादा टीमें लगाई हैं। राहत कार्य के लिए नौसेना के चार पोत भी तैयार खड़े हैं। तेज हवाओं से ट्रेन, विमान व जलपोत बह सकते हैं। लिहाजा इन्हें जंजीरों से बांधा गया है।
चक्रवात को देखते हुए पुरी, ढेकनाल, नयागढ़, गंजम, जाजपुर और अंगुल जिले से भी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। पूरे प्रदेश में तीन लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। करीब पांच हजार गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। ओडिशा के सभी जिलों में सोमवार शाम से ही भारी बारिश हो रही है। पांच इलाकों में तो पिछले 24 घंटे के दौरान 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है।