#VaccineProduction: देश में आने वाले समय में वैक्सीन की कोई कमी नहीं होगी, सीरम के बाद अब विदेशी वैक्सीन के साथ साथ कोवैक्सीन का उत्पादन भी बढ़ने जा रहा है। इसके बाद भारत बॉयोटेक अपनी कोवैक्सीन हर महीने 2 करोड़ वैक्सीन के डोज़ का उत्पादन करेगी। इसके साथ साथ देश में फाइज़र और मॉर्डना की वैक्सीन के भी देश में आने की संभावना बढ़ गई है। उम्मीद है कि अगले कुछ समय में देश में हर महीने 15 से 20 करोड़ वैक्सीन लोगों को लगाने के लिए उपलब्ध होंगी। ऐसे मे सरकार के दिसबंतर तक सभी को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य भी पूरा हो सकता है।
अभी तक देश में हर महीने तीन से चार करोड़ वैक्सीन डोज़ ही उपलब्ध हो रही हैं। जबकि जनवरी से अभी तक देश में 22 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। ऐसे में जब सीरम, भारत बॉयोटेक, स्पूतनिक और फ़ाइज़र की वैक्सीन उपलब्ध होंगी तो देश में वैक्सीन की कमी नहीं होगी और सभी को जल्द से जल्द वैक्सीन लग जाएंगी।
अपना वैक्सीनेश का उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत बॉयोटक ने कई वैक्सीनेशन उत्पादन कंपनियों के साथ टाइअप किया है। कंपनी ने हाफकिन बॉयोफार्मा के साथ एक करार किया है। जिसमें कोवैक्सीन का उत्पादन हाफकिन फार्मा करेगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने इस कंपनी को 65 करोड़ रुपये की सहायता राशि भी दी है। ताकि हाफकिन जल्द से जल्द उत्पादन की स्थिति में आ जाए। कंपनी के एमडी संदीप राठौर के मुताबिक हमें केंद्र सरकार से सहायता मिल गई है। साथ ही हम करार के तुरंत बाद हम काम शुरू कर देंगे। भारत सरकार ने इसके साथ साथ दो और सरकारी कंपनियों में कोवैक्सीन के उत्पादन के लिए टाइअप किया है। जिसमें एक कंपनी हैदराबाद में है तो दूसरी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले तीन महीनों में यहां भी वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो जाएगा। ऐसे में भारत के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की डोज़ होंगी।