#IMA: क्या बाबा रामदेव से सुलह करना चाहते हैं आईएमए अध्यक्ष?

#AllopathyVsAyurveda: एलोपैथी और आयुर्वेद के इलाज में चल रही चर्चा के बीच आईएमए अध्यक्ष डॉ. जॉनरोज़ एस्टिन जयलाल (IMA President Dr. J A Jailal) के तेवर अब ढीले हो रहे हैं। अभी तक बाबा रामदेव के खिलाफ गिरफ्तारी की बात करने वाले जॉनरोज़ अब कह रहे हैं कि उनकी आयुर्वेद से कोई दुश्मनी नहीं है। हालांकि अभी तक हज़ारों साल पुरानी चिकित्सा पद्यति आयुर्वेद को मॉर्डन साइंस हाशिये पर ही रखती रही है। लेकिन बाबा रामदेव के IMA से पूछे गए 25 सवालों के बाद एलोपैथी डॉक्टर्स की संस्था अब थोड़ी नरम दिखने लगी है।

अब जॉनरोज़ ने कहा है कि उनके संगठन IMA की बाबा रामदेव या आयुर्वेद से कोई दुश्मनी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि योग गुरु बाबा रामदेव कोरोना वैक्सीन नीति के खिलाफ अफवाह फैला कर लोगों को गुमराह कर रहे थे। प्रोफेसर जॉनरोज जयलाल ने कहा कि बाबा रामदेव के देश-विदेश में लाखों अनुयायी हैं, ऐसी में अगर वो माफ़ी माँगते हैं तो उनके खिलाफ शिकायत वापस ली जा सकती है।
ख़ास बात ये है कि डॉ जॉनरोज़ लगातार बाबा रामदेव और आयुर्वेद के खिलाफ काफी बयान तो दिए ही हैं, साथ में इसपर बहुत सारे साक्षात्कार और सेमिनार भी किए हैं। लेकिन वो चर्चा में तब आए जब उन्होंने कोरोना से ठीक होने का श्रेय भी जीसस को दे दिया और धर्म के आधार पर मरीज़ों का इलाज करने की वकालत करते हुए दिखे।

दूसरी ओर डॉइबिटीज़ स्कूल के अध्यक्ष और IMA के सदस्य डॉ जितेंद्र नागर ने IMA के अध्यक्ष डॉक्टर जॉनरोज ऑस्टिन जयलाल से इस्तीफा माँगा है। डॉक्टर जितेंद्र नागर ने कहा कि हमारी संस्था के मुखिया ईसाई धर्म का प्रचार और धर्मांतरण को बढ़ावा देने में लगे हैं। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने IMA को एक पत्र में लिखा है कि वो एक तरफ ‘एविडेंस बेस्ड’ एलोपैथी पर गर्व करते हैं, वहीं दूसरी तरह हमारे पूर्वजों की महान वैदिक विरासत आयुर्वेद का भी सम्मान करते हैं। डॉक्टर जितेंद्र नागर ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि IMA के मुखिया ईसाई धर्मांतरण का एजेंडा चला रहे हैं और ईसाइयत के प्रचार-प्रसार करने में लगे हुए हैं। ऐसे में IMA जैसी बड़ी संस्था की छवि को धक्का लगा है। इसलिए मैं संस्था के पदाधिकारियों से निवेदन करता हूं कि वो इस मामले की जांच करें और तबतक डॉ जॉनरोज को इस्तीफा दे देना चाहिए।
डॉ जितेंद्र नागर गुजरात के बनासकांठा स्थित डीसा के रहने वाले हैं और IMA के सदस्य भी हैं। उन्होंने IMA को लिखा अपना पत्र सोशल मीडिया पर शेयर भी किया है।

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