#CoronaUpdates: देश में अभी तक सबसे ज्य़ादा वैक्सीन बर्बाद करने वाले झारखंड और केंद्र सरकार वैक्सीन बर्बादी पर आमने सामने हो गए हैं। जहां एक ओर झारखंड सरकार ने कहा है कि उन्होंने वैक्सीन की बर्बादी पर काफी रोक लगाई है। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने झारखंड में 33.95 प्रतिशत वैक्सीन की बर्बाद करने की बात कही है। झारखंड सरकार ने इसे पुराने आंकड़े बताते हुए दावा किया कि राज्य में टीके की खुराकों की बर्बादी पिछले दो सप्ताह में 4.5 प्रतिशत से घटकर सिर्फ 1.5 प्रतिशत रह गई है।
दूसरी ओर केरल और पश्चिम बंगाल में मई माह में कोरोना वैक्सीन की बिल्कुल भी बर्बादी नहीं हुई है। साथ में दोनों राज्यों में वैक्सीन की डोज बचाई गईं। वहीं सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, वैक्सीन की सबसे ज्यादा 33.95 परसेंट बर्बादी झारखंड में हुई। आंकड़ों के मुताबिक केरल में टीकों की बर्बादी का आंकड़ा माइनस 6.37 परसेंट रहा, यानि प्रत्येक शीशी में मौजूद अतिरिक्त खुराक का भी इस्तेमाल करना।
देश में जब केंद्र सरकार ने एक बार वैक्सीन का पूरा काम अपने हाथ में ले लिया है तो ऐसे में राज्यों पर वैक्सीन की बर्बादी कम से कम करने के लिए केंद्र सरकार दबाव बना रही है। दरअसल पूरे देश के कई राज्यों में वैक्सीन की बर्बादी होती हुई दिखी है। जहां राजस्थान में तो वैक्सीन को जलाने तक के विडियो सामने आएं हैं। वहीं अलीगढ़ में भी एक नर्स के वैक्सीन बर्बाद करने का मामला सामने आया था। इसलिए केंद्र सरकार वैक्सीनेशन के नए प्रारूप में राज्यों को केंद्र सरकार की दी हुई वैक्सीन ठीक प्रकार से लगाने का दबाव बना रही है।
वैक्सीनेशन ने पकड़ी रफ्तार
केंद्र सरकार के वैक्सीनेशन हाथ में लेते ही वैक्सीनेशन ने रफ्तार पकड़ ली है। पिछले 24 घंटों में करीब 30 लाख लोगों को वैक्सीन लगी है। अब देश में 24.59 करोड़ लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। इसमें 18-44 साल के 3.63 करोड़ लोगों को भी वैक्सीन लग चुकी है। इससे पहले वैक्सीन की रफ्तार कुछ कम हुई थी। लेकिन अब दोबारा इसमें तेज़ी आई है। केंद्र सरकार ने वैक्सीन कंपनियों को 44 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर भी दे दिया है।