Pegasus : पेगासस जासूसी प्रोजेक्ट को भारत गृहमंत्री अमित शाह ने विकास में बाधा डालने वाला कहा है। शाह ने कहा कि इसे जारी करने के समय और विपक्ष के संसद के भीतर हंगामे की क्रोनोलोजी को समझने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि ‘विघटनकारी और अवरोधक शक्तियां अपने षड़यंत्रों से भारत की विकास यात्रा को नहीं रोक पाएंगी। मानसून सत्र देश में विकास के नए मापदंड स्थापित करेगा।’
रविवार को भारत में बैन एमेनेस्टी इंटरनेशनल ने फॉरबिडन स्टोरिज के साथ मिलकर पेगासस जासूसी मामले पर एक रिपोर्ट जारी की है। हालांकि ये मामला पहले भी उठा था। रिपोर्ट को सरकार ने सिरे से खारिज़ कर दिया है। साथ ही सरकार ने इसे भारत में विकास को रोकने वाली एक साजिश बताया है। सोमवार को संसद के भीतर हंगामे के पीछे एक सोची समझी साजिश बताते हुए अमित शाह ने कहा कि देश की जनता इस क्रोनोलोजी को, इसे फैलाने वालों के रिश्ते को बहुत अच्छे तरीके से समझती है। उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम का उद्देश्य भारत की विकास यात्रा को पटरी से उतारना और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को अपमानित करना है। उन्होंने नए मंत्रियों का परिचय कराते समय सदन के भीतर विपक्ष के हंगामे को लोकतंत्र के मंदिर और उसकी गरिमा को खिलाफ बताया है। अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार इन बाधाओं से निपटने को तैयार है।
केंद्र सरकार ने इजरायली कंपनी की ओर से तैयार जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए पत्रकारों एवं अन्य विशिष्ट हस्तियों की जासूसी कराने संबंधी रिपोर्टों को खारिज कर दिया है। सरकार ने रिपोर्टों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र की छवि को धूमिल करने का प्रयास है।