Assam : मिजोरम के बीच क्यों हुआ खूनी संघर्ष?

Assam Mizoram border issue : असम और मिजोरम में खेती की ज़मीन को लेकर सीमा विवाद में दोनों राज्यों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। मिजोरम पुलिस और अन्य लोगों के ऊंचाई वाले इलाकों में होने की वजह से फाइरिंग में असम के 5 पुलिसवालों की मौत के साथ साथ दोनों ओर के करीब 80 लोग घायल हो गए हैं। घायलों में एक आईपीएस अधिकारी भी हैं। दरअसल मिजोरम का आरोप है कि असम पुलिस ने सीमा पर उनके किसानों की झोपड़ियों में आग लगा दी थी। जिसके बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा भर गया। लिहाजा दोनों तरफ के किसानों के बीच में हुआ झगड़ा बाद में पुलिस तक भी पहुंच गया।

खूनी संघर्ष के बाद दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों में भी वाकयुद्ध भी छिड़ गया। दोनों ने एक दूसरे की पुलिस को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों मुख्यमंत्रियों से बात की है। शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा व मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा से अलग-अलग बात की और उनसे विवादित सीमा पर शांति बनाए रखने सहमतिपूर्ण समाधान तलाशने को कहा है।


असम के मुख्यमंत्री सरमा ने सोमवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि कछार जिले में अंतरराज्यीय सीमा पर मिजोरम से उपद्रवियों द्वारा की गई फायरिंग में असम पुलिस के छह कर्मी राज्य की संवैधानिक सीमा की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। हालांकि बाद में सरकार ने शहीद पुलिसकर्मियों की संख्या को पांच बताया। वहीं, असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फायरिंग और पत्थरबाजी में घायल पुलिसकर्मियों में कछार के पुलिस अधीक्षक निंबाल्कर वैभव भी शामिल हैं।
दूसरी ओर सीआरपीएफ एडीजी संजीव रंजन ओझा ने कहा कि सीआरपीएफ को स्थिति पर नियंत्रण करने का निर्देश दिया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने असम और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों से बात की है। दोनों राज्‍यों पुलिस बलों को घटनास्थल से हटाने पर सहमति बनी है। उन्‍होंने यह भी बताया कि मिजोरम पुलिस ऊंचाई पर मौजूद थी और असम पुलिस के जवान मैदानी इलाकों में थे। आंसू गैस के गोले से कुछ राउंड की गोलीबारी के बाद अचानक दोनों तरफ से स्वचालित हथियारों से फायरिंग होने लगी जिसमें असम पुलिस के छह जवानों की मौत हो गई है।
दोनों राज्यों की सीमा पर लगातार हो रही फायरिंग के दौरान जंगल में मौजूद असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फायरिंग और पत्थरबाजी में घायल होने वालों में कछार के पुलिस अधीक्षक निंबाल्कर वैभव की टांग में गोली लगी है।
सूत्रों के मुताबिक कि दोनों ओर के अधिकारी जब मतभेदों को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहे थे, तो अचानक तभी दोनों से उपद्रवियों ने अचानक फायरिंग कर दी। इससे पहले, मिजोरम के आइजी (उत्तरी रेंज) लालबियकथांगा खिआंगते ने बताया कि रविवार रात करीब 11.30 बजे समस्या ग्रस्त इलाके में ऐतलांग स्ट्रीम के पास खेत में खाली पड़ीं कम से कम आठ झोपडि़यों को आग लगा दी गई थी। ये झोपडि़यां असम सीमा से लगते वैरेंगते गांव के किसानों की थीं।

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