Haryana Panchayat Election:हरियाणा में अब पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। क्योंकि राज्य में अब कोरोना के मामलों में कमी आ गई है। लिहाजा राज्य सरकार अब पंचायत चुनाव कराना चाहती है। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि 22 अगस्त के बाद प्रदेश सरकार राज्य चुनाव आयोग को चुनाव कराने के लिए चिट्ठी लिखेगी। राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह पहले ही कह चुके हैं कि आयोग चुनाव के लिए तैयार है और जैसे ही प्रदेश सरकार अनुरोध करेगी, प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। हाई कोर्ट में विचाराधीन याचिकाओं का भी निपटारा जल्द होने की उम्मीद है।
पंचायत चुनावों को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर के निवास पर मंथन बैठक की जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ भी पहुंचे। गुर्जर चुनावों के लिए भाजपा द्वारा गठित पंचायत चुनाव समिति के प्रधान भी हैं। बैठक में इस समिति में कुछ और नए सदस्यों को जोड़ा गया है जो जिलों का कोआर्डिनेशन करेंगे। इस समिति का काम नीचे तक समन्वय स्थापित करना है। इलेक्शन कमेटी ही यह निर्णय लेगी कि चुनाव सिंबल पर लड़ा जाए या नहीं। बैठक में पंचायत चुनावों और स्थानीय निकाय के चुनावों को लेकर भाजपा की रणनीति पर चर्चा की गई।
भाजपा संगठन ने सरकार से सिफारिश की है कि पंचायत और स्थानीय निकायों के चुनाव एक साथ करा लिए जाएं। वहीं स्थानीय निकायों पर चर्चा के लिए बुधवार को परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के निवास पर बैठक बुलाई गई है। बैठक के बाद पत्रकारों से मुखातिब धनखड़ ने कहा कि हम पंचायत चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं। सरकार पूरी तैयारी कर चुकी है। फिलहाल मामला कोर्ट में है। जैसे ही कोर्ट से हरी झंडी मिलेगी, उसके बाद चुनाव कराए जाएंगे।
विस चुनाव की मतदाता सूची पर होगा चुनाव
वहीं राज्य सरकार ने साफ किया है कि विधानसभा चुनाव के दौरान जो मतदाता सूची थी। उसे के आधार पर राज्य में पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। इसके साथ ही पंचायत चुनावों में वही लोग चुनाव लड़ सकेंगे या मतदान कर सकेंगे जिनका नाम विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची में होगा। राज्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची के अनुसार ही पंचायतीराज चुनाव की मतदाता सूची तैयार की जाएंगी। इसी मतदाता सूची को ही वार्ड-वाइज वितरित किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन भावी चुनावों में मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने से पहले नागरिकों को पहले अपना नाम विधानसभा सूची में दर्ज कराना होगा। उसके बाद ही वह पंचायतीराज संस्थाओं के होने वाले चुनाव की मतदाता सूची में नाम दर्ज किया जा सकेगा।