Election Commission Proposal: केन्द्रीय चुनाव आयोग ने आधार कार्ड से वोटर आईडी को लिंक करने का प्रस्ताव दिया है। असल में देश के अलग-अलग हिस्सों में बन रहे फर्जी पहचान पत्रों को रोकने के लिए चुनाव आयोग ने प्रस्ताव दिया है।
Election Commission Proposal: देश में विभिन्न जगहों पर बन रहे अलग पहचान पत्र को रोकने के लिए चुनाव आयोग ने आधार कार्ड से रोकने के लिए चुनाव आयोग ने केन्द्र सरकार को इसका प्रस्ताव भेजा है। असल में इसका खुलासा केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय ने बुधवार को लोकसभा में किया। सरकार का कहना है वह इसमें विचार कर रही है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक किया जा जा सकता है।
असल में आधार कार्ड वर्तमान समय में किसी व्यक्ति की पहचान के सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से एक है। आधार कार्ड में व्यक्ति की बायोमेट्रिक डिटेल्स सहित पूरी पहचान होती है और आधार कार्ड को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी किया जाता है। केन्द्र सरकार ने कई सरकारी योजनाओं में यूआईडीएआई यानी आधार कार्ड को लागू कर दिया है। जिसके बाद लोगों को कई तरह की सुविधाएं मिल रही हैं। यूआईडीएआई आधार से जुड़ी कई तरह की सेवाएं देता है, जिसका इस्तेमाल कार्डधारक ऑनलाइन कर सकते हैं।
दरअसल, आधार इस्तेमाल करने से पहले आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपका आधार नंबर एक्टिव है या नहीं। इसके साथ ही यह भी पता होना चाहिए कि आपके आधार कार्ड पर छपी जानकारी का यूआईडीएआई के डाटाबेस के ब्योरे से मिलान हो रहा है या नहीं।
जानें कैसे आधार नंबर को करे सत्यापित
किसी भी आधार का वेरिफिकेशन यूआईडीएआई की वेबसाइट या एमएडीएआर ऐप से किया जा सकता है।
इसके लिए सबसे पहले यूआईडीएआई की वेबसाइट uidai.gov.in जाएं।
वहीं इसके बाद सेवा मेनू में जाकर ‘आधार नंबर सत्यापित करें’ को कॉलम को चुनें।
इसके बाद इसमें 12 डिजिट का आधार नंबर और कैप्चा कोड डालें।
फिर सत्यापित करने के लिए आगे बढ़ें। अगर आधार नंबर प्रामाणिक है तो इसका सत्यापन किया जाएगा।
इसके बाद मोबाइल नंबर,उम्र, लिंग, राज्य और अंतिम तीन/चार अंकों जैसे विवरण स्क्रीन पर दिखाई देंगे