Olympic medal: जेवलिन थ्रो के फाइनल में नीरज चोपड़ा अभी तक सबसे आगे चल रहे हैं। उन्होंने पहले अटैम्प्ट में 87.03 मीटर दूर जेवलिन फेंका है। यह क्वालिफाइंग राउंड में किए गए थ्रो 86.65 मीटर से भी आगे है। फाइनल में अभी तक कोई भी खिलाड़ी नीरज से आगे भाला नहीं फेंक पाया है।
ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स में सबसे ज्य़ादा पदक एथलेटिक्स में होते हैं, लेकिन भारत में आज तक किसी भारतीय ने इन इवेंट्स में मेडल नहीं जीता है। ब्रिटिश इंडिया की ओर से खेलते हुए नॉर्मन प्रिटचार्ड ने साल 1900 में हुए ओलिंपिक में एथलेटिक्स में दो मेडल हासिल किए थे। लेकिन वे भारतीय नहीं अंग्रेज थे। भारत का 121 साल का इंतजार शनिवार को जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा खत्म कर सकते हैं।
नीरज इस समय बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में जेवलिन थ्रो के क्वालिफाइंग इवेंट में 86.65 मीटर का थ्रो किया था। उन्होंने क्वालिफाइंग के ग्रुप ए और ग्रुप बी में पहला स्थान हासिल किया था। नीरज का पर्सनल बेस्ट अभी तक 88.06 मीटर है। इसी के साथ उन्होंने 2018 एशियन गेम्स का गोल्ड मेडल हासिल किया था।
नीरज चोपड़ा ने अपनी थ्रोइंग को बेहतर बनाने के लिए जर्मनी के बायो मैकेनिक्स एक्सपर्ट क्लाउस बार्तोनित्ज से ट्रेनिंग भी ली है। इसके बाद उनका प्रदर्शन और बेहतर हुआ है।
बजरंग को ब्रॉन्ज
Olympic medal: भारत को कुश्ती में दूसरा मेडल मिल गया है। बजरंग पुनिया ने भारत के लिए दूसरा मेडल हासिल कर लिया है। सेमीफाइनल में हारने वाले बजरंग ने अपना मुकाबला जीतकर इतिहास बना दिया। इससे पहले भारत को कुश्ती में कभी दो मेडल नहीं मिले हैं।