Fake narrative on Janmashtami: कॉन्ग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी एक बार फिर झुठी विडियो शेयर करते हुए पकड़े गए हैं। दो दिन पहले ही उन्होंने करनाल में पुलिस लाठी चार्ज के मुद्दे पर एक फेक फोटो शेयर की थी, अब जन्माष्टमी के दिन हिंदुओं को कट्टर दिखाने वाले विडियो में उन्होंने गाज़ियाबाद का वो झुठी क्लिप भी डाल दी है। जिसमें मुस्लिम व्यक्ति को पिटाई मुस्लिमों ने ही की थी और उसका आरोप हिंदुओं पर डाल दिया था।
दरअसल उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर संविधान के अनुच्छेद-15 और अनुच्छेद-25 को ‘बेचने’ का आरोप लगाया है। जोकि सोशल मीडिया पर आने वाले कई वीडियो को मिलाकर बनाया गया है।
इन्हीं विडियो के सहारे राहुल गाँधी ने भारत में मुस्लिमों के खिलाफ भेदभाव वाला प्रोपेगंडा फैलाने की कोशिश की है। विडियो के जरिए उन्होंने इशारा किया है कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद ये सब शुरू हुआ है। बड़ी बात ये है कि जिस भी व्यक्ति ने राहुल गांधी को ये आइडिया दिया था, उसने जाने अंजाने आज जन्माष्टमी का ध्यान नहीं दिया। राजनीति के मुताबिक जिस दिन राहुल गांधी को जन्माष्टमी की बधाई देनी थी, उस दिन उन्होंने हिंदुओं पर अत्याचारी होने का दोष मढ दिया।
अनुच्छेद-15 में लिखा है कि राज्य, किसी नागरिक के विरुद्ध के केवल धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग, जन्मस्थान या इनमें से किसी के आधार पर कोई विभेद नहीं करेगा। वहीं अनुच्छेद-25 के मुताबिक, देश के सभी नागरिकों को अंतःकरण की और धर्म की अबाध रूप से मानने, आचरण और प्रचार करने की स्वतंत्रता है। वो किसी भी स्थिति में हों, उन्हें ये स्वतंत्रता संविधान देता है।
लेकिन, इस वीडियो में एक क्लिप गाजियाबाद से आए एक मामले का भी है। जिसमें 5 जून, 2021 को गाजियाबाद में अब्दुल समद को परवेश गुर्जर, आरिफ, आदिल, मुशाहिद और कल्लू नाम के लड़कों ने बुरी तरह पीटा था। जबकि मामले को दिखाया ऐसे था, जैसे कि बुजुर्ग को जबरन जय श्री राम बुलवाने के लिए पीटा और उसकी दाढ़ी काटी गई हो। बाद में इस मामले को मॉब लिंचिंग का बनाने के लिए अल्ट न्यूज, मोहम्द जुबैर, राणा अयुब और सबा करीम जैसे लोगों ने बिना पड़ताल किए इसके लिए हिंदुओं को दोषी ठहरा दिया था। बाद में पुलिस जांच में मामला दूसरा निकला और फिर पुलिस ने ट्विटर से लेकर जुबैर, राणा अयुब्ब तक सभी पर FIR कर दी। इस विडियो के जरिए दंगे भी फैलाए जा सकते थे। अब इस फेक विडियो को राहुल गांधी भी हिंदुओं को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।