प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीत गायक पंडित जसराज का निधन हो गया। मेवाती घराने के पंडित जसराज का सोमवार को अमेरिका में निधन हुआ। 90 साल के पंडित जसराज ने अमेरिका के न्यू जर्सी में अंतिम सांस ली। उनके निधन से पूरी दुनिया में उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई। पद्मभूषण, पद्मश्री और पद्मविभूषण से सम्मानित पंडित जसराज के शास्त्रीय गायन का सम्मान पूरी दुनिया में था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उनके निधन पर शोक जताया। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्विट किया “मां शारदे के कृपापात्र, भारतीय शास्त्रीय संगीत के शलाका पुरुष, पद्म विभूषण पं.जसराज जी का निधन दुःखद है। आपने आजीवन स्वर साधना करते हुए वैश्विक क्षितिज पर भारतीय शास्त्रीय संगीत को प्रतिष्ठापित किया। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।”
पंडित जसराज के निधन के बाद केंद्रीय मंत्री और झारखंड के पूर्व मुख्मंत्री अर्जुन मुंडा ने ट्वीट किया और लिखा, भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान ‘पंडित’ जसराज जी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुःख हुआ. शास्त्रीय संगीत में उनका उत्कृष्ट योगदान भुलाया नहीं जा सकता. ॐ शांति.
पंडित जसराज का जन्म 28 जनवरी 1930 में हुआ था। जसराज जब चार वर्ष उम्र में थे तभी उनके पिता पंडित मोतीराम का देहान्त हो गया था और उनका पालन पोषण बड़े भाई पंडित मणीराम के संरक्षण में हुआ। अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) ने 11 नवंबर, 2006 को खोजे गए हीन ग्रह 2006 VP32 को पंडित जसराज के सम्मान में ‘पण्डित जसराज’ नाम दिया है। दस साल की उम्र से ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया था। उन्होंने कुल मिलाकर 80 साल संगीत की दुनिया में बिताए।
2020-08-17