Punjab Congress: पंजाब में कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अभी भी अपने मन मुताबिक बनवाए गए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से नाराज़ चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में अपनी भूख हड़ताल समाप्त करने के बाद, पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बेटे की शादी में नहीं गए, साथ ही उन्हें बिजली संकट पर भी नसीहत दे डाली।
रविवार को लखनऊ एयरपोर्ट से वो सीधा माता वैष्णों देवी की यात्रा पर निकले उनके साथ कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला और विधायक डॉ राज कुमार छब्बेवाल ने भी माता वैष्णो देवी के दर्शन किए।
मुख्यमंत्री चन्नी के बेटे की शादी में जहां पूरे पंजाब के कांग्रेसियों ने हिस्सा लिया। वहीं प्रदेश अध्यक्ष इस दौरान गायब थे। हालांकि चन्नी आज (सोमवार) को एक रिसेप्शन होस्ट कर रहे हैं। देखना होगा कि सिद्धू इसमें शिरकत करते हैं या नहीं। महाधिवक्ता और डीजीपी की नियुक्ति को लेकर उनके और मुख्यमंत्री के बीच तनाव की खबरों के बीच सभी की निगाहें सिद्धू पर हैं।
माता के दर्शनों पर सिद्धू ने ट्विट कर लिखा कि”नवरात्रों के दौरान मां के दर्शन … आत्मा से सारी गंदगी को धो देता है !! माता वैष्णो देवी के चरण कमलों में आकर मैं धन्य हो गया, ”। इससे पहले कुछ घंटे पहले, सिद्धू ने एक ट्वीट के जरिए अपनी ही सरकार को सलाह दी: “पंजाब में पावर कंपनियां 30 दिन का कोयला स्टॉक ना रखकर गाइडलाइंस का उलंघघन कर रही हैं। उनपर जुर्माना लगना चाहिए। साथ ही सोलर पीपीए और रुफ टॉप सोलर को भी ग्रिड से जोड़ा जाना चाहिए!” राज्य में बिजली संकट चल रहा है। जहां कोयले की कमी की वजह से कई कई घंटों पावर कट हो रहे हैं।
सिद्धू इससे पहले भी अपनी ही सरकार पर कई बार निशाना साध चुके हैं। हालांकि पार्टी हाई कमान ने उन्हें पार्टी के मंच पर आंतरिक मुद्दों को उठाने की सलाह दी थी। लेकिन सिद्धू ने एक बार फिर अपनी ही सरकार के खिलाफ ट्वीट मोर्चा खोल दिया है।
ख़ास बात ये है कि सिद्धू ने अभी तक अपना इस्तीफा वापस नहीं लिया है और पार्टी आलाकमान ने भी उनके इस्तीफे पर कोई शब्द नहीं कहा गया है।
सिद्धू के एक करीबी सूत्र के मुताबिक प्राइवेट थर्मल प्लांट पर किया गया ट्वीट उनके और सीएम के बीच किसी टकराव का संकेत नहीं था। “सब कुछ सुलझा लिया गया है। नई सरकार अगले हफ्ते कई फैसले लेने वाली हैं। इस ट्विट को गलत तरीके से देखा जा रहा है, ”।
दरअसल जब पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह थे, तब भी सिद्धू पंजाब में कांग्रेस सरकार के कामकाज में खामियां निकालते रहे थे। लेकिन उस समय कांग्रेंस आलाकमान सिद्धू के साथ खड़ी थी। लेकिन अब मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी सिद्धू उसी स्टाइल में चल रहे हैं, जिसकी वजह से कांग्रेस की लगातार किरकिरी हो रही है।
पंजाब सरकार सोमवार को कैबिनेट की बैठक कर रही है। इसमें सिद्धू के साथ कैबिनेट से इस्तीफा देने वाली रजिया सुल्ताना रहेंगी या नहीं, ये देखने वाली बात होगी।
2021-10-11