Hizab row: हिजाब और बुर्का पहनने को लेकर जिस तरह से कुछ लड़कियां कर्नाटक में प्रदर्शन कर रही है और उनके खिलाफ कॉलेजों में हिंदू संगठन और हिंदू लड़के लड़कियां भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसको लेकर देश में हिजाब और बुर्के को लेकर व्यापक बहस छिड़ गई है।
सोशल मीडिया पर तो इस पर कई तरह से कमेंट आ रहे हैं, बीजेपी दिल्ली प्रवक्ता हरीश खुराना ने दो फोटोग्राफ ट्वीट की है। जिसमें एक तरफ ईरान में महिलाएं हिजाब का विरोध कर रही हैं और दूसरी फोटोग्राफ में भारत के कर्नाटक में लड़कियां स्कूल में बुर्का और हिजाब पहनने की वकालत कर रही है। इस पर उन्होंने लिखा है, जहां एक और पूरी दुनिया में हिजाब और बुर्के के खिलाफ लड़कियां और महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर भारत में कुछ लोग महिलाओं को बुर्के में रखना चाहते हैं।
कई सामाजिक विषयों पर अपनी राय रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव लिखते हैं कि, हिजाब तो बहाना है…बाकी आप खुद समझदार हैं।
वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी ने तो यहां तक लिख दिया है कि यह शिक्षा के तालिबानीकरण की शुरुआत है।
कुछ दिन बाद बुर्का और हिजाब पहनने वाली यही लड़कियां कहने लगेगी कि हम सिर्फ मुस्लिम अध्यापक से पढेंगे, बाद में अदालतों में यह कहा जाने लगे कि हमारे केस सिर्फ मुस्लिम जज सुनेंगे, नहीं तो हमें इंसाफ नहीं मिलेगा, यह तो अभी सिर्फ शुरुआत है।