Pakistan entry in Hizab row: पाकिस्तानी भी हिज़ाब विवाद में कूदे

Pakistan entry in Hizab row कर्नाटक के एग्जाम मामले में अब पाकिस्तान भी कूद पड़ा है हिजाब को लेकर नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसूफ के साथ साथ बहुत सारे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हैंडल्स भी इसपर सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए हैं।

यह वही मलाला युसूफ है, जो कि अफगानिस्तान में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के बारे में कुछ बोल नहीं पा रही थी। मलाला ने एक बयान में कहा है कि भारत में हिजाब पहनकर लड़कियों को स्कूल जाने से रोकना भयावह है। हालांकि मलाला को लगातार अफगानिस्ता में महिलाओं की पिटाई, उनकी पढ़ाई और नौकरी पर रोक को लेकर बयान का दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन मलाला ने लंबे समय तक इस मसले पर कोई आवाज़ नहीं उठाई।

उधर पाकिस्तान के सूचना प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भी इस मसले पर ज़हर उगला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मोदी के भारत में जो हो रहा है, वो डरानेवाला है। किसी के कोई ड्रेस पहनने का का मसला उसका निजी है। हालांकि भारत में स्कूलों में एक ड्रेस कोड होता है।

दरअसल हिजाब मामले को लेकर पाकिस्तान के बहुत सारे सोशल मीडिया हैंडल अचानक एक्टिव हो गए हैं। पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के समर्थन वाले मीडिया हैंडल्स मुस्लिमों की कट्टरता को बढ़ाने के काम में लगे हुए हैं। दुनिया भर में स्कूलों में जहां पर यूनिफॉर्म लागू है। उन जगहों पर यूनिफॉर्म के अलावा किसी भी तरह के कपड़ों को क्लास में या स्कूल में मंजूरी नहीं दी जाती। पूरे देश में भी लगभग सभी स्कूलों में यूनिफॉर्म कोड लागू होता है और उसी के हिसाब से बच्चों को स्कूल आना होता है। लेकिन कर्नाटक में मुस्लिम अपने लिए अलग नियम कायदे कानून मांग रहे हैं, इसी वजह से वहां पर हंगामा हो रहा है

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