Opreation Ganga: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में फंसे छात्रों का अंतिम जत्था भी आज भारत पहुंचने वाला है। यूक्रेन के सुमी में करीब 700 छात्र फंसे हुए थे। चलते युद्ध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद रूस और यूक्रेन ने ह्यूमन कॉरिडोर के जरिए इन छात्रों को निकलवाया है। जहां से ये पोलैंड पहुंचे थे और वहां से भारत आ रहे हैं।
भारतीय दूतावास के मुताबिक जो छात्र पूर्वोत्तर यूक्रेन में सुमी स्टेट यूनिवर्सिटी में फंसे हुए थे। उनको पश्चिमी सीमा पर ललीव से पोलैंड के लिए एक विशेष ट्रेन में सवार हुए हैं।
भारतीय राजदूत पार्थ सत्पथी ने विशेष ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया। “राजदूत ने ललीव रेलवे स्टेशन पर सुमी विश्वविद्यालय के 600 भारतीय छात्रों के साथ विशेष ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया। पोलैंड पहुंचने के बाद आज ये भारत पहुंचेगे।
दूतावास ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि यूक्रेन के अधिकारियों ने ट्रेन की व्यवस्था करने में मदद की। अपने छात्रों को सुरक्षित और सुरक्षित वापस लाना हमारी प्राथमिकता रहेगी।
सुमी से छात्रों को निकालना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में उभरा था, जो “ऑपरेशन गंगा” के तहत एयर इंडिया और भारतीय वायु सेना के विमानों के माध्यम से घिरे राष्ट्र से भारतीय नागरिकों को वापस ला रही है।
मंगलवार तक 83 उड़ानें 17,100 से अधिक भारतीयों को वापस ला चुकी हैं।
ऑपरेशन गंगा अपने अंतिम चरण में पहुंचने के साथ, सरकार ने यूक्रेन में शेष फंसे भारतीयों को ह्यूमन कॉरिडोर का उपयोग करने के लिए कहा है।
सुमी में रूस और यूक्रेन के बीच जबरदस्त युद्ध चल रहा है। इस दौरान भारतीय छात्र हॉस्टल में ही फंसे हुए थे। जिनको निकालने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से बात की और इसके बाद ह्यूमन कॉरिडोर के जरिए इन छात्रों को वहां से निकाला गया।
2022-03-10