Conversion in ST: देशभर में आदिवासियों के ईसाई और मुसलमान बनने के बाद उनको मिलने वाले आरक्षण का लाभ खत्म करने की मांग अब ज़ोर पकड़ने लगी है। देश में हिंदू संगठन आदिवासियों के धर्मांतरण के बाद भी लेने वाले आरक्षण को लेकर लंबे समय से आवाज़ उठा रहे हैं। लेकिन ईसाई मिशनरियों के दबाव में पुरानी सरकारें इसपर फैसला नहीं ले पाई थी। जबकि आरक्षण का लाभ हिंदुओं की जातियों और आदिवासियों को दिया गया था।
विश्व हिंदू परिषद ने एक बार फिर इस मुद्दे को उठाया है। वीएचपी के महासचिव मलिंद परांडे ने कहा कि जिन आदिवासियों ने अपना धर्म ही बदल लिया है तो उन्हें आरक्षण का फायदा नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसद के सत्र के दौरान भी हमने 329 सांसदों से बातचीत की है, ताकि इस मांग पर उनका समर्थन मिल सके। हमने कहा है कि जो आदिवासी ईसाई या मुसलमान बन गया है, उसकी डिलिस्टिंग करनी चाहिए। इसको आदिवासी मान्यता नहीं देनी चाहिए। इसके लिए पूरे देश में आंदोलन चलाया जाएगा।