Alwar Temple Demolition: राजस्थान की कांग्रेस सरकार (Rajasthan Congress Government) के 300 साल पुराने मंदिर पर बुलडोजर (300 years old temple) चलाए जाने के विरोध में हिंदू संगठनों और साधु-संतों ने बुधवार को आक्रोश रैली निकाली। VHP और दूसरे कई हिंदू संगठनों की इस आक्रोश रैली की अगुवाई अलवर सांसद बालक नाथ ने की। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gahlot) से इस्तीफा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि हम राजस्थान सरकार की तुष्टीकरण का विरोध करते हैं। उन्होंने मांग की कि जिन अधिकारियों ने मंदिर तोड़ा है, उन पर सख्त कार्रवाई की जाए और मंदिर को दोबारा बनाया जाए।
साधु-संतों और कलेक्टर शिवप्रसाद नकाते से बातचीत भी की। इसमें समाज के कई साधु, संत भी मौजूद रहे। साधु संत अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर अड़े हुए हैं।
अलवर के राजगढ़ में प्रशासन की अतिक्रमण हटाने के नाम पर 300 साल पुराना मंदिर तोड़ दिया था, इसके बाद से ही बीजेपी ने राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला था।
साधु-संतों ने इकट्ठा होकर कंपनी बाग के शहीद स्मारक से अपनी रैली शुरु की। साधु-संतों के साथ-साथ बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता भी रैली में पहुंच गए। रैली के बाद अलवर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। आक्रोश रैली में हिस्सा लेने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश समेत राजस्थान के विभिन्न जिलों से साधु संतों की टोलियां अलवर पहुंची थी।
राजस्थान की कांग्रेस सरकार के 300 साल पुराने मंदिर पर बुलडोजर चलाए जाने के 5 दिन बाद हिंदू संगठनों और साधु-संतों ने बुधवार को आक्रोश रैली निकाली। VHP और दूसरे कई हिंदू संगठनों की इस आक्रोश रैली की अगुवाई अलवर सांसद बालक नाथ ने की। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि हम राजस्थान सरकार की तुष्टीकरण का विरोध करते हैं। उन्होंने मांग की कि जिन अधिकारियों ने मंदिर तोड़ा है, उन पर सख्त कार्रवाई की जाए और मंदिर को दोबारा बनाया जाए।
साधु-संतों और कलेक्टर शिवप्रसाद नकाते से बातचीत भी की। इसमें समाज के कई साधु, संत भी मौजूद रहे। साधु संत अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर अड़े हुए हैं।
अलवर के राजगढ़ में प्रशासन की अतिक्रमण हटाने के नाम पर 300 साल पुराना मंदिर तोड़ दिया था, इसके बाद से ही बीजेपी ने राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला था। साधु-संतों ने इकट्ठा होकर कंपनी बाग के शहीद स्मारक से अपनी रैली शुरु की। साधु-संतों के साथ-साथ बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता भी रैली में पहुंच गए। रैली के बाद अलवर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। आक्रोश रैली में हिस्सा लेने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश समेत राजस्थान के विभिन्न जिलों से साधु संतों की टोलियां अलवर पहुंची थी।