Power Crisis: देश में चल रहे बिजली संकट पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Central Home Minister Amit Shah) के घर पर इसको सुलझाने के लिए बड़ी बैठक बुलाई गई। इस बैठक में रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव (Rail Minister Aswani Vaisnav), ऊर्जा मंत्री आरके सिंह (Power Minister R K Singh) और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी (Coal Minister Prahlld Joshi) भी शामिल हैं। बैठक में कोयला और ऊर्जा सक्रेटरी सहित सरकार के कई बड़े अधिकारियों भी गए हुए हैं। पिछले दिनों बिजली संकट के बाद कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बिजली संकट का मुद्दा उठाया था। इसके बाद इस बैठक में पावर प्लांट्स के उत्पादन और कोयला सप्लाई के साथ साथ गैस आधारित पावर प्लांट से बिजली उत्पादन पर भी चर्चा की गई।
12 राज्यों में बिजली संकट
बैठक के बाद एक अधिकारी ने बताया कि ये एक समीक्षा बैठक थी, कुछ जरुरी कदम उठाए जाने पर निर्देश दिए गए थे, इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मुद्दे पर कोयला और पावर मंत्रियों और अधिकारियों को समीक्षा बैठक के लिए बुलाया था।
अखिल भारतीय बिजली इंजीनियर महासंघ (AIPEF) ने बताया कि, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश समेत 12 राज्य बिजली संकट से परेशान हैं। AIPEF के प्रवक्ता वीके गुप्ता ने बताया कि गर्मी के दिनों में बिजली की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए अधिक कोयला की जरूरत होती है।
देश भर में तेज गर्मी के बीच इस हफ्ते में उच्चतम पावर सप्लाई तीन बार रिकॉर्ड स्तर तक पहुंची है। पीक पावर सप्लाई ने 26 अप्रैल को रिकॉर्ड 201.65GW के स्तर पर पहुंची थी। इसके बाद 28 अप्रैल को उच्चतम पावर सप्लाई 204.65 GW के नए स्तर पर पहुंची थी। बाद में ये 29 अप्रैल को 207.11GW के ऑलटाइम हाई का स्तर पहुंची।
भारत करीब 200 गीगावॉट बिजली, यानी करीब 70% बिजली की उत्पादन क्षमता कोयले से चलने वाले प्लांट्स पर हैं। देश में कोयले से चलने वाले 150 पावर प्लांट्स है। पिछले दिनों बिजली संकट गहराने पर बिजली प्लांट्स तक कोयला ले जाने वाली ट्रेनों को रास्ता देने के लिए रेलवे ने पैसेंजर ट्रेनों को रद्द किया था।