Arvind Kejriwal on LG: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delh Chief Minister Arvind Kejriwal) एक बार फिर आधी अधूरी जानकारी के साथ फेक न्यूज (Fake News) फैलाते हुए रंगे हाथों पकड़े गए हैं। संवैधानिक पद पर रहते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इससे पहले भी बहुत बार सार्वजनिक मंचों से फेक न्यूज फैलाई (Fake news of Arvind Kejriwal) है। इस बार दिल्ली के मुख्यमंत्री ने तो नए एलजी के नाम की घोषणा से बहुत पहले ही ही कर दी थी, उन्होंने लक्ष्यद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल (Prafull Patel, Administrator of Lakshadweep) का नाम दिल्ली के एलजी के तौर पर घोषित किया था, लेकिन नए एलजी के आदेश के बाद साफ हो गया कि केजरीवाल ने जानबूझकर वो फेक न्यूज अपने राजनैतिक फायदे के लिए फैलाई थी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 12 मार्च को सोशल मीडिया पर लिखा था कि, “लक्ष्यद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल को दिल्ली का एलजी बनाया जा सकता है?।”
दरअसल अन्ना के आंदोलन से दिल्ली की सत्ता को हासिल करने वाले अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बनने के बाद भी लगातार राजनीतिक तौर पर फेक न्यूज फैलाते हुए अक्सर पकड़े जाते हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल के मामले में भी ऐसा ही हुआ, पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल की जगह केंद्र सरकार जिन नामों पर विचार कर रही थी, उनका नाम मीडिया रिपोर्ट्स में आया था, जिसमें प्रफुल्ल पटेल भी एक नाम थे। लेकिन मुख्यमंत्री जैसी कुर्सी पर बैठे केजरीवाल ने तो प्रफुल्ल पटेल नाम की बकायदा घोषणा कर दी थी। हालांकि अब जब दिल्ली के नए एलजी के तौर पर विनय कुमार सक्सेना के नाम की घोषणा कर दी गई है तो साफ हो गया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एलजी के नाम को लेकर भी फेक न्यूज ही फैला रहे थे।