भारत में जल्द ही रूस की वैक्सीन उपलब्ध होगी। रूस ने खुद भारत के साथ वैक्सीन का डेटा शेयर किया है। साथ ही भारत में वैक्सीन लांच करने से पहले तीसरे चरण के ट्रायल करने की बात भी भारत और रूस के बीच में चल रही है। इससे भारत में जल्द ही वैक्सीन उपलब्ध होने की संभावना बढ़ गई है। रूस के इस प्रस्ताव को देखते हुए खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर अगले हफ्ते रूस जाकर इस बारे में आगे बात कर सकते हैं।
दरअसल भारत को रूस से स्पूतनिक वी वैक्सीन का डेटा मिला है। जिसपर भारत अध्ययन कर रहा है। भारत में रूस के राजदूत निकोलेय कुदाशेव ने बताया कि वैक्सीन को लेकर मॉस्को और भारत सरकार के बीच कई स्तरों पर बातचीत हो रही है। इसमें वैक्सीन का मॉस प्रोडक्शन, मिलकर इसको आगे विकसित करना जैसे मुद्दे भी शामिल है। अगर भारत अपने यहां इस वैक्सीन का तीसरे चरण के ट्रायल को करवाता है तो इससे भारत में भी वैक्सीन जल्द आ जाएगी।
कोरोना की जो स्थिति है, उससे भारत सरकार की चिंता बढ़ गई है। इसलिए रूस की वैक्सीन को लेकर भारत भी काफी हद तक तैयार है। दुनिया की इस सबसे पहली वैक्सीन स्पूतनिक वी को लैंसेट जर्नल ने भी बेहतर पाया है। जर्नल के मुताबिक शुरुआती ट्रायल में इस वैक्सीन का कोई गंभीर साइड इफेक्ट सामने नहीं आया है।
इस बात को लेकर भी चर्चा है कि आने वाले सप्ताह में विदेश मंत्री एस जयशंकर के रूस दौरे के दौरान भी कोरोना वैक्सीन को लेकर बातचीत होगी। वहीं, कुदाशेव ने यह भी कहा कि रूस भारत के साथ मिलकर काम करना चाहता है, इसलिए इस वैक्सीन पर काम करना चाहता है।
बता दें कि रूस इसी हफ्ते से कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी को आम नागरिकों के लिए उपलब्ध कराने जा रहा है। इस वैक्सीन को मॉस्को के गामलेया रिसर्च इंस्टिट्यूट ने रूसी रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर एडेनोवायरस को बेस बनाकर तैयार किया है।
2020-09-07