Bihar: लालू का परिवारवाद फिर हुआ हावी, अब कुशवाह ने पकड़ी अलग राह

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले ही लालू प्रसाद (Laloo Prasad) का परिवारवाद महागठबंधन (Mahagathbandhan) की बलि लेने लगा है। जीतनराम मांझी (Jitanram Manjhi) के हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा (HAM) के बाद अब उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) की राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) भी महागठबंधन से अलग होने जा रही है। लालू प्रसाद के परिवार के चेहरे के साथ होने वाले संभावित नुकसान को देखते हुए कुशवाहा गठबंधन से अलग होने जा रहे हैं। हालांकि वो वापस NDA में जाएंगे या नहीं। इसपर अभी कुछ कहना जल्दबाज़ी होगी।
दरअसल आरएलएसपी ने महागठबंधन (Grand Alliance) के मुख्‍यमंत्री चेहरा (CM Face) तेजस्वी के नाम से इंकार कर दिया था और उपेंद्र कुशवाहा का विकल्प सामने रखा था, जिससे RJD ने इनकार कर दिया था। आरएलएसपी सीटों के बंटवारे (Seat Sharing) के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं किए जाने से भी नाराज थी। अब माना जा रहा है कि कुशवाहा फिर राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में लौटने का फैसला कर सकते हैं। हालांकि, उन्‍होंने इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा है।
आरएलएसपी ने महागठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि आरजेडी अपना नेतृत्व बदल दे तो वे फिर से महागठबंधन में शामिल हो जाएंगे। गुरुवार को आपात बैठक में पार्टी कार्यकारिणी ने उन्हें गठबंधन के जरिये या स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला लेने के लिए अधिकृत कर दिया। कुशवाहा ने कहा कि आरजेडी का तेजस्‍वी यादव का मौजूदा नेतृत्व मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के सामने टिकता नहीं दिख रहा है। आरजेडी नेतृत्व एकतरफा फैसले भी लेता रहा है। इस कारण महागठबंधन के दलों के बीच सीटों के सवाल सहित कई मामलामें में अनिश्चितता कायम है। ऐसी स्थिति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एनडीए को लाभ पहुंचा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *