नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला से एक बार फिर प्रवर्तन विभाग (ED) ने पूछताछ की। उनके जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) का अध्यक्ष रहते हुए एक बड़ा घोटाला JKCA में हुआ था। उसी के संबंध में अब्दुल्ला को बुधवार को दोबारा बुलाया गया था।
दरअसल इससे पहले जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार का पैसा तो जाता था। लेकिन घोटालों के बाद किसी भी नेता से कोई सवाल जवाब नहीं होता था। इस घोटाले के अलावा जम्मू-कश्मीर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में लंबे समय तक पैसे के लेन देन को लेकर इन नेताओं की चलती रही। उसपर भी जांच चल रही है।
इससे पहले फारूक अब्दुल्ला बुधवार सुबह ईडी कार्यालय पहुंचे जहां उनसे तीन दिनों में दूसरी बार पूछताछ की गई है। सोमवार को भी ED ने JKCA घोटाले के बारे में फारूक अब्दुल्ला से करीब सात घंटे तक पूछताछ की थी।
फारूख से हो रही इस पूछताछ को उनकी पार्टी ने दमनकारी कदम बताया है। पार्टी के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने बताया कि फारूक अब्दुल्ला जम्मू और कश्मीर में बाकी दलों को मिलाने का काम कर रहे थे। इसलिए सरकार ने ऐसा किया है। हालांकि वो ये नहीं बता रहे कि इस घोटाले की जांच तो काफी लंबे समय से चल रही है। पिछले साल जुलाई में भी उनसे चंडीगढ़ में पुछताछ हुई थी। ईडी का मामला सीबीआई की एक एफआईआर पर आधारित है, जिसमें JKCA के पूर्व पदाधिकारियों को बुक किया गया था, जिसमें महासचिव मोहम्मद सलीम खान और पूर्व कोषाध्यक्ष अहसान अहमद मिर्जा शामिल थे। इसी आधार पर फारूख अब्दुल्ला से पूछताछ हो रही है।