दिल्ली और मुंबई जैसे इलाकों में कोरोना संक्रमण (Delhi-Mumbai corona spread) के दोबारा से फैलने से चिंतित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कोरोना के सबसे ज्य़ादा प्रभावित आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई है। बैठक में वैक्सीनेशन कार्यक्रम (Vaccination program) पर भी बातचीत हो रही है। बैठक में आठ मुख्यमंत्रियों के अलावा गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं। कोरोना को लेकर राज्य क्या कर रहे हैं और उन्हें केंद्र से क्या मदद चाहिए। इसको लेकर बेहद विस्तृत चर्चा इस बैठक में चल रही है। बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दिल्ली में कोरोना बढ़ने के पीछे प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया।
महाराष्ट्र ने बनाई टास्क फोर्स
बैठक में मौजूद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री को बताया कि उनके राज्य ने वैक्सीन के वितरण को लेकर एक टास्क फोर्स का गठन कर लिया है। राज्य में सभी को वैक्सीन मिले। इसको लेकर राज्य सरकार काम कर रही है।
दिल्ली में तीसरी लहर चर्चा
दिल्ली में इन दिनों कोरोना ने कहर ढहाया हुआ है। पिछले 24 घटों में भी 121 लोगों की मौत हुई है। ऐसे में बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि 10 नवंबर को 8600 कोरोना मामलों के साथ राज्य में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर देखी गई। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के कारण ही तीसरी लहर इतनी गंभीर हुई। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। रोज़ाना 5000 से ऊपर केस आ रहे हैं। इसको लेकर दिल्ली ने केंद्र सरकार से मदद मांगी थी। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ बैठक भी की थी। केजरीवाल ने दिल्ली में 1000 आईसीयू बेड की मांग भी केंद्र सरकार से की है।
कौन कौन है बैठक में
प्रधानमंत्री नरेंद् मोदी की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में आठ राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए हैं। इनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गुजरात के विजय रूपाणी शामिल थे।