केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन के लिए ऑर्डर दे दिए हैं। यानि भारत में अब कोरोना वैक्सीन आनी शुरू हो जाएगी और हो सकता है। दिसंबर महीने के अंत या जनवरी के शुरू में वैक्सीन का लगना भी शुरू हो जाए, क्योंकि मोदी सरकार ने राज्यों के साथ मिलकर वैक्सीनेशन का प्लान कर लिया है। साथ ही स्टोरेज व अन्य व्वयस्था भी कर ली गई है।
दुनिया में भारत ने अभी तक सबसे ज्य़ादा वैक्सीन खरीदने का ऑर्डर भी दे दिया है। भारत ने कई कंपनियों के साथ डील कर ली है। भारत ने कोरोना से परेशान लोगों के लिए 160 करोड़ डोज़ की डील कर ली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा, ‘करीब 8 वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है जिनके निर्माण के लिए आश्वासन दिया जा चुका है। भारत के 3 वैक्सीन अलग अलग स्टेज पर हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि वैक्सीन अधिक दूर नहीं है।’ अगले कुछ हफ्तों में वैक्सीन आ जाएगी। सरकार विशेषज्ञों की हरी झंडी का इंतज़ार कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की टीम मिलकर वैक्सीन के वितरण का प्लान तैयार कर रहे हैं। सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन मिलेगी, फिर फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुढ़े लोगों को वैक्सीन दी जाएगी”।
दुनिया में सबसे बड़ा वैक्सीन आर्डर
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट में वैक्सीन की टेस्टिंग कराने वाले ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका के साथ भारत ने 50 करोड़ डोज की डील की है। जोकि अमेरिका के बराबर है। अमेरिका की ओर से भी एस्ट्राजेनेका के साथ इतने ही डोज की बुकिंग हुई है। भारत और अमेरिका के साथ यूरोपीय देशों ने भी ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका को करीब 40 करोड़ वैक्सीन के ऑर्डर दिए हैं। भारत ने नोवावैक्स की वैक्सीन के लिए करीब एक बिलियन डोज का ऑर्डर दिया है।
भारत ने रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक V के 10 करोड़ डोज का ऑर्डर दे दिया है। इस वैक्सीन का अंतिम ट्रायल डॉ रेड्डीज़ कर रही है। जिसने रूस की कंपनी के साथ समझौता किया हुआ है।