#Pakistan: सिंध को अलग करने के लिए विशाल रैली, मोदी जिंदाबाद के लगे नारे

#Sindh: पाकिस्तान से सिंध को आज़ाद कराने के लिए सिंध में धरने प्रदर्शन बढ़ते जा रहे हैं। इसी क्रम में सिंध में एक बड़ी रैली आयोजित की गई, जिसमें पाकिस्तान की आतंकी सरकार से आज़ादी की मांग की गई। बड़ी बात ये थी कि इस रैली में दुनिया के बड़े नेताओं के पोस्टर्स के साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर भी वहां लोगों ने हाथों में लिए थे।

सिंध को आज़ाद कराने की मांग कोई नई नहीं है। पाकिस्तान में ये मांग 1967 ले ऊठती रही है। आधुनिक सिंधी राष्ट्रवाद के संस्थापकों में से एक, जीएम सैयद की 117वीं जयंती पर आयोजित इस विशाल आजादी समर्थक रैली में लोगों ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे भी लगाए।

इस रैली में नेताओं ने दावा किया कि ‘सिंध’ सिंधु घाटी सभ्यता और वैदिक धर्म का घर है, जिसको पहले अंग्रेजों ने कब्जा किया और बाद में बंटवारे ने पाकिस्तान के इस्लामी हाथों में पहुंचा दिया गया था।

जेई सिंध मुत्तहिदा महाज के अध्यक्ष शफी मुहम्मद बुरफात ने कहा, ‘सभी बर्बर हमलों के बीच सिंध ने सभी युगों में एक अलग, बहुलवादी, सहिष्णु, और सामंजस्यपूर्ण समाज के रूप में अपनी अलग ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखा है, जहां सभी अलग-अलग संस्कृतियां हैं।

बरफत ने बताया, ‘सिंध ने भारत को अपना नाम दिया, सिंध के नागरिक, जो व्यापार, दर्शन, समुद्री नेविगेशन, गणित और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी थे, वे आज पाकिस्तान के इस्लाम-ओ-फासीवादी आतंकवाद की जंजीरों में जकड़े हैं। सिंध में कई राष्ट्रवादी दल हैं, जो एक स्वतंत्र सिंध राष्ट्र का समर्थन करते हैं। वे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर इस मुद्दे को उठाते रहे हैं।

उन्‍होंने कहा कि सिंधी लोग पाकिस्तान के आतंकवादी राज्य की दमनकारी गुलामी में नहीं रहना चाहते हैं। इसलिए हम पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हैं कि हम फासीवादी से राष्ट्रीय स्वतंत्रता के लिए हमारे संघर्ष में आगे बढ़ने और हमारा समर्थन करें। पाकिस्तान का लोकतांत्रिक इस्लामी आतंकवादी राज्य। हमें इससे मुक्ति मिलें।’ 

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