#NewPresidentOfAmerica: अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आते ही मास्क पहनने को जरूरी कर दिया है। कोरोना काल में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मास्क को जरूरी नहीं किया था, इससे अमेरिका सहित पूरी दुनिया में अमेरिका के इस फैसले की आलोचना हुई थी। इसके साथ ही अमेरिका फिर से जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए अंतर्राष्ट्रीय पेरिस जलवायु समझौते में शामिल होगा।
बातों के लिए नहीं है टाइम
बाइडेन ने बुधवार को राष्ट्रपति कार्यालय (ओवल ऑफिस) पहुंचते ही मीडिया से कहा, ‘मुझे कई काम करने हैं, इसलिए मैं यहां हूं। मुझे लगता है कि मेरे पास बिल्कुल समय नहीं है। वक्त बर्बाद नहीं किया जा सकता। तुरंत काम शुरू करने जा रहा हूं। मैं पहले ही बता चुका हूं कि अगले 7 दिन में कई एग्जीक्यूटिव ऑर्डर्स पर साइन करूंगा।’ पहले से ही उम्मीद थी कि वह डोनाल्ड ट्रंप के कुछ चौंकाने वाले फैसलों को वापस लेंगे, लेकिन पहले दिन ही ले लेंगे, इसका अंदाजा नहीं था। राष्ट्रपति बाइडेन के ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका फिर से पेरिस जलवायु समझौते में वापसी की योजना बना रहा है। भारत समेत विश्व के कई देश पेरिस जलवायु समझौते में शामिल हैं।
मुस्लिम देशों से प्रतिबंध हटाया
नए राष्ट्रपति ने आते ही सात मुस्लिम देशों इराक, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के ट्रेवल बैन को भी हटा दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने इन देशों के किसी भी नागरिक के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद ये मामला कोर्ट भी गया था। मैक्सिको के बॉर्डर के साथ बनने वाली इमरजेंसी दीवार को लेकर भी नए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप का फैसला पटल दिया है। अब ये दीवार नहीं बनेगी। बाइडेन ने इस दीवार के लिए फंडिंग को रोक दिया है।
बाइडेन के मास्क वाले फैसले को अमेरिका में सराहा जा रहा है, चुंकि अमेरिका में कोरोना से दो करोड़ लोगों से ज्य़ादा संक्रमित हो चुके हैं और तीन लाख से ज्य़ादा लोग इस बीमारी से मर चुके हैं। बीमारी के तेज़ी से फैलने की मुख्य वजह मास्क को ही बताया जाता है। इसलिए बाइडेन ने आते ही मास्क को अनिवार्य कर दिया है।