बलविंदर पाल
#Patiala: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को कहा कि सिंघू बॉर्डर पर लुधियाना के कांग्रेसी सांसद और विधायक पर हुए हमले के पीछे किसानों का नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के वर्करों का हाथ है, उन्होंने कहा कि जिनका एकमात्र एजेंडा भाजपा के इशारे पर गड़बड़ी पैदा करके किसानों के संघर्ष को कमज़ोर करना है।
दरअसल रविवार को कांग्रेस के सांसद रवणीत सिंह बिट्टू और विधायक कुलबीर सिंह जीरा किसानों के समर्थन के लिए सिंधु बॉर्डर गए थे। जहां उनके साथ ना सिर्फ धक्कामुक्की की गई। बल्कि उन्हें धरना स्थल से बाहर जाने के लिए भी मज़बूर कर दिया। इससे नाराज़ अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसान पिछले दो महीनों से दिल्ली की सरहद पर बिना किसी ऐसी कार्यवाही को अंजाम दिए शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान संसद के आसपास आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद थे। जिन्होंने पंजाब कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू और विधायक कुलबीर सिंह जीरा पर हमला किया और धक्का-मुक्की की।
उन्होंने कहा, ‘‘आप वर्कर पहले ही वहां खड़े हुए थे।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमले के लिए कोई अन्य नहीं बल्कि आप जि़म्मेदार है। किसान जि़म्मेदार नहीं हैं।’’
पटियाला में अलग-अलग समागमों के दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आप को यह बात अच्छी तरह से समझ लेनी चाहिए कि यह मुल्क मार-धाड़ से नहीं बल्कि लोकशाही (लोकतांत्रिक) पर पनप रहा है।’’ इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन में मारे गए सभी किसानों के एक एक परिजन को नौकरी देने का ऐलान भी किया था। दरअसल किसान आंदोलन में बड़ी संख्या में पंजाब के किसान शामिल हैं। ऐसे में पंजाब की राजनीति पर इस आंदोलन का बड़ा असर पड़ रहा है। लिहाजा राजनैतिक लाभ के लिए आम आदमी पार्टी इस आंदोलन में कांग्रेस के किसी व्यक्ति को शिरकत नहीं करने देना चाहती। लिहाजा बिट्टू जब आंदोलन में पहुंचे थे तो वहां मौजूद आम आदमी के कार्यकर्त्ताओं ने उन्हें वहां से जाने के लिए मजबूर कर दिया। इसलिए मुख्यमंत्री ने भी आम आदमी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।