#CoronaUpdate: देश के पांच राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों ने केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है। जहां एक ओर कई राज्यों में कोरोना के मामले तेज़ी से घटे हैं। वहीं महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। आम लोगों की लापरवाही के कारण बढ़ रहे कोरोना को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने तो आम लोगों को लॉकडाउन तक की चेतावनी दे दी है। केंद्र सरकार ने इन पांचों राज्यों को एक चिट्ठी लिखकर कहा है कि कोरोना से निबटने के लिए पूरी तरह से कोशिश की जाए। नई रणनीति से इसे काबू में किया जाए।
चिट्ठी के बाद ठाकरे ने एक वेबकॉस्ट में कहा कि अगले आठ दिन तय करेंगे कि क्या राज्य में लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य के अमरावती जिले में सोमवार से एक हफ्ते के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। पुणे में भी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान को बंद कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने इन पांचों राज्यों को आरटी-पीसीआर टेस्ट में तेजी लाने को कहा है, केरल में तो केंद्र ने मोबाइट आरटीपीसीआर टेस्ट लैब भेजी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों के मुताबिक केसेज कम होने के कारण आम लोगों ने कोरोना प्रोटोकॉल पर लापरवाही शुरू कर दी है। इसी वजह से कोरोना मामलों में एकाएक तेज़ी आई है। लापरवाही के चलते महाराष्ट्र एक बार फिर संक्रमण की चपेट में आते नजर आ रहा है। इनका कहना है कि लोगों ने मास्क पहनना और दो गज की शारीरिक दूरी बनाए रखना छोड़ दिया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री राज्य के लोगों के नाम जारी वीडियो संदेश में कहा, ‘क्या आप लॉकडाउन चाहते हैं। अगले आठ दिनों में तय होगा। राज्य में आज करीब सात हजार नए केस मिले हैं। अगर कोरोना के हालात गंभीर होते हैं तो हमें राज्य में लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। जो लोग लॉकडाउन चाहते हैं वो बिना मास्क के आराम से बाहर घूम सकते हैं और जो लोग नहीं चाहते हैं वो मास्क पहनें और नियमों का पालन करें।’ उन्होंने कहा कि दूसरी वेव आने को तैयार है। इसलिए इसको रोकने के लिए सारे कदम उठाने होंगे। उन्होंने निजी कंपनियों से भी कहा कि वो कर्मचारियों के समय को अलग अलग कर लें। ताकि एक ही समय पर भीड़ ना हो। दूसरी ओर केरल में आरटीपीसीआर टेस्ट कम हो रहे हैं, वहां एंटीजन टेस्ट ज्य़ादा हो रहे हैं। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने वहां मोबाइल आरटीपीसीआर टेस्ट वैन भेजी हैं।