#WHOReportOnCorona: चीन को बचाने वाली रिपोर्ट का क्योंं हो रहा है विरोध?

#CoronaUpdate: चीन को कोरोना वायरस फैलाने से बचाने वाली WHO की रिपोर्ट पर अमेरिका और जापान समेत 14 देशों ने चिंता जताई है। इस रिपोर्ट में कोरोना वायरस के पैदा होने और उसके इंसानों में फैलने की जांच की गई है। इस रिपोर्ट WHO ने चीन के साथ मिलकर तैयार किया है।

दरअसल जनवरी 2021 में WHO ने कोरोना के इंसानों में फैलने की जांच के लिए अपनी दस सदस्‍यों की टीम चीन के वुहान शहर में भेजा था। इसको लेकर भी काफी बवाल मचा था। चीन ने इस टीम को बड़ी मुश्किल से और लंबे इंतज़ार के बाद वहां जाने की इजाजत दी थी। साथ ही बहुत सारा डेटा इस टीम को उपलब्ध नहीं कराया गया था। हालांकि इस टीम ने वहां पर सी-फूड मार्केट समेत दूसरी जगहों की जांच की और साथ ही लोगों और चीनी विशेषज्ञों से भी इस संबध में बात की थी। इसके बाद विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने कहा था कि उन्‍हें जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला जिसके दम पर ये कहा जाए कि ये वायरस चीन की लैब से लीक हुआ था। इसको लेकर ही इन 14 देशों ने आपत्ति दर्ज कराई है। दरअसल चीन को बचाने को लेकर WHO पर लगातार आरोप लगते रहे हैं।

रिपोर्ट में कहा कि ये वायरस चमगादड़ के जरिए इंसान में आया लेकिन कैसे इस बारे में कुछ पता नहीं चल सका। इसमें ये भी कहा गया कि वायरस के लैब से लीक होने की बातें बेबुनियाद हैं क्‍योंकि सभी लैब अत्‍याधुनिक तकनीक से लैस हैं। इन 14 देशों ने रिपोर्ट पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। इनका कहना है कि संगठन ने अपनी रिपोर्ट को सही तरह से तैयार नहीं किया है। इसमें ऑरिजनल डाटा और सैंपल को शामिल नहीं किया गया है। इन देशों से संगठन द्वारा रिपोर्ट में देरी किए जाने पर भी आपत्ति जताई है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने इस रिपोर्ट को मंगलवार को जारी किया था।

जिन देशों ने इस रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है कि उनमें अमेरिका, कनाडा, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, इस्‍तोनिया और इजरायल भी शामिल हैं।

 

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