मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने बेशक दबाव में आकर अपनी सफाई मीडिया के सामने पेश की हो। लेकिन उन्होंने बिहार पुलिस का काम आसान कर दिया है। जो बातें मुंबई पुलिस कमीश्नर ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कही हैं। उनसे सुशांत सिंह राजपूत के परिवार और बिहार पुलिस को सीबीआई जांच की मांग का एक पुख्ता आधार मिल गया है। चुंकि मुंबई पुलिस कमिश्नर ने अपने बयान में बिहार पुलिस की जांच को रोकने के लिए कानूनी राय की बात कही है और साथ ही बिहार पुलिस के एक अधिकारी को बीएमसी ने 14 दिन के लिए क्वारटिंन कर दिया है। उससे बिहार पुलिस और सुशांत के परिवार को मुंबई पुलिस की जांच पर ऊंगली उठाने का मौका मिल गया है।
सुशांत के परिवार के वकील के के सिंह ने भी अपने बयान में साफ कर दिया है कि कल वो इस मामले को सीबीआई के पास ले जाने के लिए कोर्ट जाने का विकल्प भी तलाश रहे हैं। दूसरी ओर मुंबई हाईकोर्ट में भी मामले को सीबीआई को सौंपने के लिए एक पीआईएल हो गई है। वहां इस मामले को कल सुना जाएगा। इसके साथ ही इस मामले में भी सुशांत और उसका परिवार पार्टी बन सकते हैं। नागपुर के एक वकील रशपाल सिंह रेनू ने ये केस मुंबई हाईकोर्ट में फाइल किया है। इस पीआईएल को समीत ठक्कर नाम के शख्स ने दायर किया है। उधर बिहार पुलिस ने भी अपने अधिकारी को क्वारटींन करने पर अपना विरोध दायर किया है। बिहार के डीजीपी गुप्तेशवर पांडे ने कहा कि वो इस मामले पर महाराष्ट्र के डीजीपी से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही पूरे मामले की जानकारी बिहार के मुख्यमंत्री को भी देंगे। इससे पहले भाजपा सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी समेत कई लोगों ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग भी की थी।
2020-08-03