पश्चिम बंगाल में बीजेपी के एक और कार्यकत्ता की हत्या सत्ताधारी टीएमसी के लोगों ने कर दी है। सत्ता के इस संघर्ष में पिछले कुछ सालों में बीजेपी के करीब 108 कार्यकर्त्ता और नेता मारे गए हैं। ये हत्या स्वतंत्रता दिवस के दिन झंडा फहराने को लेकर हुए झगड़े में हुई। इससे पहले भई दोनों पार्टियों के लोगों लंबे समय से झगड़े हो रहे हैं। दरअसल पश्चिम बंगाल में टीएमसी और लेफ्ट पार्टियों के बीच इस तरह की दुश्मनी थी। लेकिन अब ज्य़ादातर लेफ्ट पार्टियों के कार्यकर्त्ता बीजेपी में शामिल हो गए हैं। लेकिन दोनों के बीच आपसी रंजिश कम नहीं हुई है। ये घटना कोलकाता से 60 किलोमीटर दूर हुगली जिले के एक खानकुल इलाके की है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां एक ही इलाके में टीएमसी और बीजेपी के पार्टी कार्यालय हैं। दोनों पार्टियों के कार्यकर्त्ताओं ने स्वतंत्रता दिवस के दिन झंडा फहराने के लिए एक ही जगह का चुनाव किया था। झंडा फहराने के लिए दोनों पार्टियों के बीच तनातनी चल रही थी,जोकि झंडा फहराने के समय लड़ाई में तब्दील हो गई। इस दौरान टीएमसी के कार्यकर्त्ताओं ने लाठियों से बीजेपी के एक कार्यकर्त्ता को इतना पीटा की उसकी जान चली गई। पुलिस के मुताबिक इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिनसे पूछताछ चल रही है।
दूसरी ओर बीजेपी ने आरोप लगाया है कि टीएमसी के कार्यकर्ता और नेता लगातार उसके लोगों को निशाना बना रहे हैं। पार्टी के जनरल सक्रेटरी
सयातन बासू के मुताबिक राज्य में टीएमसी के लोग खुलेआम गुंडागर्दी मचा रहे हैं। उनके कार्यकत्ताओं और नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। पिछले कुछ समय में ये अटैक बढ़ गए हैं। आज ही हुगली में हमारे एक कार्यकर्त्ता सुदर्शन परमानिक को झंडा फहराने के लिए इतना पीटा की उसकी जान ही चली गई।
2020-08-15