कोरोना संकट में ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन JEE MAINS 2020 परीक्षा का आज पहला दिन था। परीक्षा का आयोजन 1 से 6 सितंबर तक होना है. आज परीक्षा का पहला दिन था, अब 5 दिन और इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। टीवी चैनलों से लेकर कई मीडिया वेबसाइट और सोशल मीडिया पर चल रही प्रतिक्रियाओं के आधार पर यह देखने को मिला कि छात्र सरकार के इंतजाम से संतुष्ट थे और और ज्यादातर छात्रों नेवी परीक्षा के सवालों के बारे में कहा कि पेपर आसान था। हालांकि कुछ छात्रों ने परिवहन की पर्याप्त व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं करने को लेकर नाराजगी प्रकट की लेकिन ज्यादातर छात्र ने आने जाने में कम दिक्कतों का सामना करने की बात कही।
JEE परीक्षा में बैठने वाले उत्तर प्रदेश के एक छात्र ने बताया कि गणित सेक्शन थोड़ा कठिन था। रायबरेली के उत्कर्ष साहू ने आज तक को कहा, “गणित के कुछ सवालों को छोड़कर पेपर अच्छा चला गया.” उन्होंने यह भी शिकायत की कि अधिकारियों को छात्रों के परिवहन के लिए पर्याप्त व्यवस्था करनी चाहिए थी.
ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE MAIN 2020) के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों में यूपी दूसरे नंबर पर है. इस साल यूपी में जेईई परीक्षा में 100706 छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है।
हरियाणा के रेवाड़ी निवासी 18 वर्षीय पुनीत कौशल सोमवार को JEE परीक्षा में उपस्थित होने के लिए रोडवेज बस से दिल्ली आए थे. उन्होंने आज तक को बताया कि दिल्ली को केंद्र के रूप में चुना था. उन्होंने बताया, मैं केंद्रों में सुरक्षा उपायों के बारे में वास्तव में डर गया था, लेकिन जब मैं विवेक विहार में पहुंचा तो मुझे सब कुछ मिला, परीक्षा केंद्र पर सोशल डिस्टेसिंग नियम का ठीक से पालन किया गया. हमें नए मास्क दिए गए थे जो हमने पहने थे. गेट पर सैनिटाइजर रखे थे. इसी के साथ सभी ने केंद्र के अंदर मास्क पहने हुए थे.
एक छात्र सुहानी ने कहा, “भले ही हमें परीक्षा के आयोजन के बारे में स्पष्ट निर्देश नहीं दिए गए थे, लेकिन हम पूरी तरह से तैयार थे. स्क्रीनिंग और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और मुझे खुशी है कि परीक्षा आयोजित की गई क्योंकि कोरोना वायरस के कारण हमारी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई थी।
नरैना की रहने वाली 17 साल की श्रुति मेहरा ने विवेक विहार में अपने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए कैब ली। उन्होंने कहा, “मुझे पता चला कि सुबह उबेर ओला की हड़ताल थी, लेकिन मैं एक टैक्सी बुक करने में कामयाब रही. मैं परीक्षा केंद्र में सभी सुरक्षा उपायों से संतुष्ट हूं. महामारी के बीच परीक्षा लेने के बारे में चिंता थी लेकिन मुझे खुशी है कि अब परीक्षा खत्म हो गई है.”
एक अन्य छात्र आदित्य ने कहा, “JEE स्थगित होने के बाद कई छात्रों को प्राइवेट कॉलेजों में दाखिला मिल गया है. लेकिन कई छात्र, जो आईआईटी में दाखिला लेना चाहते हैं, उन्हें इस परीक्षा में शामिल होना था. मैं उनमें से एक हूं. परीक्षा आसान थी और सावधानी बरती गई. परीक्षा केंद्र के अंदर मास्क दिए गए.”
पूजा कुमारी, जो झारखंड के गुमला जिले की एक परीक्षार्थी हैं. वह रांची के तुपुदाना स्थित केंद्र में परीक्षा के लिए उपस्थित हुई थीं. उन्होंने कहा, “मैं कोरोना वायरस के फैलने के कारण शुरू में डर गई थी. लेकिन फिर सोचा, हमें इस महीने या अगले महीने परीक्षा देनी होगी. इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि कोरोना के मामले एक या दो महीने बाद कम होते हैं या नहीं. इसलिए, हम सरकार द्वारा परीक्षा आयोजित करने के निर्णय से खुश हैं.” उन्होंने बताया कि गणित का सेक्शन थोड़ा कठिन था.
एक अन्य परीक्षार्थी, रांची के बरियातू इलाके के आदित्य कुमार ने कहा, “मेरे पास अपना पर्सनल वाहन है. इसलिए मुझे कोई परेशानी नहीं हुई. लेकिन, जिन परीक्षार्थियों के पास कोई पर्सनल वाहन नहीं है, उन्हें कोरोना के दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि सड़क पर वाहनों की संख्या कम है.”
उन्होंने कहा, “हर छात्र के लिए करियर अधिक महत्वपूर्ण है. वायरस के फैलने से दिमाग के पीछे एक डर था, लेकिन जब हम परीक्षा केंद्र पर पहुंचे, उस डर को भूल गए, क्योंकि वहां सुरक्षा की तैयारी अच्छी थी.”