हरेन्द्र नेगी
रुद्रप्रयाग। विकास भवन रुद्रप्रयाग के अलावा जिला कार्यालय को जोड़ने वाला खुरड़.विकास भवन.कलेक्ट्रेट मोटरमार्ग बदहाल स्थिति से गुजर रहा है। मोटरमार्ग जगह.जगह क्षतिग्रस्त होने से उबड़.खाबड़ हो गया हैए जबकि मोटरमार्ग पर जगह.जगह डामर भी उखड़ चुका है। आये दिन जिलाधिकारी सहित तमाम अन्य विभागीय अधिकारी मोटरमार्ग से आवाजाही करते हैंए लेकिन मोटरमार्ग की सुध लेने वाला कोई नहीं है। ऐसे में स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब विकास भवन और कलेक्ट्रेट को जोड़ने वाली सड़क ही बदहाल स्थिति से गुजर रही है तो ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले लिंक मोटरमार्गों की स्थिति क्या होगी।
दरअसलए रुद्रप्रयाग विकास भवन को जोड़ने वाला मोटरमार्ग जर्जर हालात में है। स्थिति यह है कि मोटरमार्ग पर कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। मोटरमार्ग का डामर पूरी तरह से उखड़ चुका है। मानसून सीजन में मोटरमार्ग पर बड़े.बडे़ गढडे पड़ गये हैं। इन गढड़ों पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है। मोटरमार्ग की यह स्थिति इन दिनों ही नहीं हुईए बल्कि पिछले एक.दो वर्षों से है। जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से लेकर अन्य अधिकारी मोटरमार्ग से आवाजाही करते हैंए लेकिन मोटरमार्ग की सुध लेने वाला कोई नहीं है। रुद्रप्रयाग जिला कार्यालय और विकास भवन मुख्य बाजार से लगभग चार किमी दूर बसा है। यहां पहुंचने वाली आम जनता को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विकास भवन जाने के लिये वाहन नहीं मिल पाते हैंए जिस कारण जनता को कई बार पैदल ही सफर तय करना पड़ता है या फिर महंगे दामों पर वाहन को बुकिंग में ले जाना पड़ता है।
अफसोस की बात यह है कि जब विकास भवन को जोड़ने वाली सड़क ही जर्जर हालात में है तो ग्रामीण क्षेत्रों के मोटरमार्गों के क्या हाल होंगे। अधिकारियांे को तो आलीशान वाहनों के नीचे सड़क पर पड़े गढड़े नजर नहीं आ रहे हैंए लेकिन पैदल चलने वाली जनता को तमाम परेशानियों से होकर इस सड़क से गुजरना पड़ता है। वैसे भी विकास भवन दूर है और बदहाल मोटरमार्ग ने आम जनता की परेशानियों को और भी बढ़ा दिया है।
2020-09-10