जल्द ही दिल्ली-हरियाणा से माता वैष्णों देवी जाने में लगने वाला समय दो से तीन घंटे कम होने वाला है। अभी रोड़ के जरिए माता वैष्णों देवी पहुंचने में लगभग 12 घंटे लगते हैं। केंद्र सरकार ने केएमपी की तर्ज पर दिल्ली से कटरा तक छह लेन रोड़ बनाने की योजना तैयार की है। इससे दिल्ली से जम्मू या फिर कटरा जाने के लिए लगने वाला टाइम दो से तीन घंटे कम हो जाएगा। केएमपी से कटरा तक बनने वाले एक्सप्रेस वे पर हरियाणा व पंजाब में 21 टोल प्लाजा बनाए जाएंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की ओर से दोनों राज्यों के करीब 400 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस पर नेशनल हाईवे और महत्वपूर्ण स्टेट हाईवे के इंटरचेंज पर ये टोल प्लाजा बनाने प्रस्तावित किए हैं। हरियाणा में इस एक्सप्रेस वे पर 135 किलोमीटर के अंतराल में आठ तो पंजाब के 261 किलोमीटर क्षेत्र में 13 टोल प्लाजा बनाए जाएंगे। इन टोल प्लाजा पर केएमपी की तर्ज पर टोल शुल्क लिया जाएगा। टोल सिस्टम को खत्म करने के लिए एक्सप्रेस वे के एंट्री प्वाइंट पर वाहन को पर्ची दी जाएगी और एग्जिट प्वाइंट पर उससे टोल शुल्क लिया जाएगा।
कटरा एक्सप्रेस वे की एनएचएआइ की ओर से डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाई जा रही है। यह काम अब अंतिम चरण में है। यह एक्सप्रेस वे दो फेज में बनेगा। पहले फेज में इसे फोर लेन बनाया जाएगा। इसके बाद इसे दूसरे फेज में छह लेन का किया जाएगा। गौरतलब है कि कुंडली मानेसर पलवल (केएमपी) से जम्मू के कटरा तक 600 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस वे एनएचएआइ की ओर से बनाया जाएगा। हरियाणा के झज्जर जिले में बहादुरगढ़-सोनीपत सीमा पर बसे गांव निलौठी के पास केएमपी से यह एक्सप्रेस वे शुरू होगा, जो कटरा तक जाएगा। हरियाणा में इस एक्सप्रेस वे की लंबाई करीब 135 किलोमीटर की रहेगी। इसके लिए 1500 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अकेले गांव निलौठी में करीब 76 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। निलौठी से शुरू होकर यह एक्सप्रेस वे सोनीपत, रोहतक, गोहाना, जींद, करनाल, कैथल से होता हुआ खनौरी बॉर्डर से पंजाब की सीमा में प्रवेश करेगा। पंजाब के संगरूर जिले से अमृतसर और फिर कटरा तक इसका निर्माण कार्य किया जाएगा।