राहुल गांधी (Rahul Gandhi) आज जब अपनी बहन प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को लेकर घर से निकले थे तो शायद उनको इस बात का अंदाजा नहीं था कि यूपी सरकार (Yogi Government) जो 2 दिन पहले था उनको दिल्ली (Delhi) से सटे नोएडा (Noida) में भी प्रवेश करने से रोक रही थी वह आज उन्हें हाथरस (Hathras) जाने की अनुमति दे देगी राहुल और प्रियंका ने हाथरस पहुंचकर पीड़ित परिवार से बंद कमरे में मुलाकात की जब दोनों भाई बहन परिवार से मिल रहे थे, तब उसी समय योगी सरकार ने सीबीआई (CBI) जांच के आदेश भी दे दिए।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि आज के दिन योगी सरकार के झुकने से पार्टी के नेता काफी खुश हैं और इसका क्रेडिट देने के लिए जुट गए हैं।
शायद यही कारण था कि परिवार से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने इस लड़ाई को आगे ले जाने का ऐलान कर दिया। परिवार से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि वह तब तक चुप नहीं रहेगी जब तक परिवार को न्याय नहीं मिलता और इस मुद्दे को अंजाम तक पहुंचा कर रहेगी प्रियंका गांधी ने पीड़ित महिला की मां को गले भी लगाया। साथ ही दिलासा दिया कि वह साथ है और आगे भी उनकी पार्टी के नेता उनका हर कदम पर साथ देंगे।
दरअसल हाथरस का मुद्दा राजनीतिक दृष्टि से काफी गरमा गया है और कांग्रेस पार्टी प्रियंका गांधी के सहारे इस मुद्दे को भुनाते हुए 2022 के उत्तर प्रदेश चुनाव पर नजर गड़ाए हुए हैं।
सपा बसपा जमीन पर नहीं
अभी तक समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी सिर्फ सोशल मीडिया टि्वटर आदि पर इस मुद्दे को लेकर सक्रिय है, जबकि कांग्रेस पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसके नेता जमीन पर आकर इस मुद्दे पर भाजपा के साथ लड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। मायावती और अखिलेश ने ट्विटर पर इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है लेकिन अभी तक उनकी ओर से जमीन पर ऐसी कोई हरकत नहीं की गई है जो मीडिया की सुर्खियों में आए।
जबकि दूसरी तरफ बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सपा और बसपा से ज्यादा सक्रिय लग रही है। उसका एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें सभी सांसद शामिल थे, शुक्रवार को हाथरस आया था और उसने बकायदा पुलिस कर्मियों के साथ भिड़ंत भी की थी क्योंकि उन्हें परिवार वालों से मिलने नहीं दिया गया था यहां तक कि ममता बनर्जी ने तो शनिवार को इस मुद्दे पर एक बड़ी रैली भी की।
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