केरल (Kerla) में चल रही सोना (Gold) तस्करी को लेकर एक बडा ही चौंकाने वाला खुलासा एनआईए (NIA)ने किया है। बुधवार को मामले की सुनवाई के दौरान एनआईए ने कोर्ट को बताया कि उन्हें शक है कि सोना तस्करी करने वालों का संबंध मशहूर आतंकी दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी के साथ है। मामले की सुनवाई स्पेशल कोर्ट में चल रही थी। दूसरी ओर केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय (CM Office) के दो प्रमुख लोगों का नाम आरोपियों में आने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय पर भी जांच की आंच पहुंचने लगी है।
फिलहाल मामले की जांच अब एनआईए के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी कर रहा है। मामले की जांच करते करते धीरे धीरे ये रैकेट बहुत ही बड़ा साबित हो रहा है। 30 किलो सोने के तस्करी की जांच के सिलसिले में जब केस एनआईए को दिया गया था। उसके बाद केस में केरल के मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सचिव एम शिवशंकर का नाम आ गया। अब एजेंसियां मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर से लगातार पूछताछ कर रही हैं। शिवशंकर ने बुधवार को उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। शिवशंकर ने अपनी याचिका में कहा है कि एक जिम्मेदार सरकारी सेवक के रूप में उन्होंने अपराध की जांच में पूरा सहयोग किया है। दरअसल इस पूरे मामले में स्वपना सुरेश नाम की महिला है। जोकि यूएई काउंसलेट की एक पूर्व कर्मचारी रही हैं। केरल सरकार की एक प्रोजेक्ट स्पेस पार्क में सलाहकार बनाया गया था। उनके नाम की सिफारिश एम शिवशंकर ने की थी।
सूत्रों के मुताबिक मामले की ताजा सुनवाई में एनआईए ने जो खुलासा किया है और जितना सोना दुबई से केरल में तस्करी से आ रहा था। उससे साफ है कि कोई बहुत बड़ा आदमी इस पूरे काम को अंजाम दिलवा रहा था। अब दाउद का नाम आने से ये बात भी साफ हो गई है कि वो बड़ा आदमी डी कंपनी का मालिक दाउद है और उसके लोग केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय में अंदर तक घुसे हुए हैं।