Harendra Negi
हेलीकॉप्टर (Helicopter)सेवाओं से सात हजार तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं केदानाथ
एक दर्जन श्रद्धालु कर चुके हैं गुफा में ध्यान, 24 अक्टूबर तक बुकिंग फुल
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम में यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। हेली सेवाओं के आने के बाद से यात्रा का आंकड़ा काफी बढ़ा है। अब तक हेली सेवाओं से पांच हजार के करीब तीर्थयात्री आ चुके हैं, जिससे यात्रा करने वालों का कुल आंकड़ा 42 हजार के पार हो चुका है। ख़ास बात ये है कि जिस ध्यान गुफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ध्यान किया था। उसमें बुकिंग के लिए मारामारी चल रही है। इस गुफा में ध्यान करने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। फिलहाल गुफा में 24 अक्तूबर तक बुकिंग फुल हो चुकी हैं। पिछले दस दिनों से यहां हर दिन योग (Yoga) साधक व ध्यान करने वाले श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिससे गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) की भी अच्छी आमदानी हो रही है। इस यात्राकाल में ध्यान गुफा में अभी तक एक दर्जन श्रद्धालु साधना व ध्यान लगा चुके हैं।
बता दें कि कोरोना काल में 29 अप्रैल को भगवान केदारनाथ की यात्रा शुरू हुई थी। लेकिन जुलाई माह तक लाॅक डाउन के चलते केदारनाथ के दर्शनकों पर रोक लगाई गई। इसके बाद जिले वासियों को यात्रा पर जाने की अनुमति मिली और फिर प्रदेश वासियों को यात्रा पर जाने दिया गया, मगर यात्रा का आंकड़ा कम ही रहा। जब से सरकार की ओर से अनलाॅक 5 में छूट दी गई, उसके बाद से यात्रा का आंकड़ा आसमान छूने लगा है। केदार बाबा के दरबार में यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है। पहले जहां कम संख्या में ही यात्री आ रहे थे, वहीं अनलाॅक 5 में छूट मिलने के बाद यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। इसके साथ ही भगवान केदार की यात्रा के लिए हेली सेवा भी शुरू हो गई है। हेली सेवा को शुरू हुए अभी कुछ दिन ही हुए हैं और हर दिन हेली से एक हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शनों को पहुंच रहे हैं। इस बार किराया भी कम किया गया है और गुप्तकाशी से लेकर त्रियुगीनारायण तक हेली सेवा का लाभ यात्रियों को दिया जा रहा है। अब तक हेली सेवा से जहां पांच हजार के करीब तीर्थयात्री बाबा के दरबार पर पहुंच गए हैं, वहीं केदारनाथ यात्रा का आंकड़ा 42 हजार के पार हो चुका है। गुप्तकाशी से लेकर केदारनाथ धाम तक यात्रियों की चहलकदमी से यात्रा पड़ावों में रौनक बनी हुई है। इसके अलावा अब केदारनाथ धाम में बनी गुफा की बुकिंग भी आने लगी है। श्रद्धालु गुफा में ध्यान योग करने को लेकर उत्सुकता दिखा रहे हैं। केदारनाथ यात्रा में इस वर्ष जुलाई पहले सप्ताह में जीएमवीएन (GMVN) को ध्यान गुफा की पहली बुकिंग मिली थी। देहरादून के यमन त्यागी ने यहां पूरी रात साधना की थी। इसके बाद तेज बरसात के चलते लगभग एक माह ध्यान गुफा को बंद किया गया था, जबकि सितंबर माह से यात्रा के गति पकडने के साथ शासन के निर्देश पर गढ़वाल मंडल विकास निगम ने गुफा का संचालन पुनः शुरू किया। इस दौरान पूरे माह यहां चार श्रद्धालुओं ने ध्यान किया। अक्तूबर माह में भी श्रद्धालु ध्यान गुफा में साधना के लिए पहुंच रहे हैं। बीते पांच अक्तूबर से यहां प्रतिदिन ध्यान की बुकिंग मिल रही हैं। निगम के कर्मचारियों के अनुसार 24 अक्तूबर तक यहां बुकिंग फुल हो चुकी हैं। बता दें कि बीते वर्ष 18/19 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी केदारनाथ भ्रमण के दौरान 17 घंटे तक ध्यान गुफा में साधना की थी, जिसके बाद इसे मोदी गुफा के नाम से भी पुकारा जाने लगा। यहीं नहीं, 2019 की केदारनाथ यात्रा में देश-विदेश के 95 श्रद्धालुओं ने यहां योग एवं ध्यान किया था। इस दौरान निगम को एक लाख से अधिक की आय हुई थी। जुलाई 2018 में केदारनाथ में पुनर्निर्माण करने वाली कार्यदायी संस्था नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) ने आठ लाख की लागत से मंदाकिनी नदी के दूसरे तरफ यह गुफा बनाई गई थी। इसके बाद शासन ने यात्राकाल में गुफा के व्यवसायिक संचालन की जिम्मेदारी गढ़वाल मंडल विकास निगम को सौंपी गई थी। केदारनाथ यात्रा में हजारों की संख्या में तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं। केदारनाथ यात्रा और केदारघाटी की लाइफलाइन रुद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर आसान हो रहा है। राजमार्ग के कई जगहों पर उभरे डेंजर जोन वाले स्थानों पर आरजीबी कंपनी ने सही कर दिया है। ऐसे में तीर्थयात्रियों को काफी राहत मिल रही है।
वहीं जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि केदारनाथ धाम में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। देवस्थानम् बोर्ड की ओर से हर दिन तीन हजार लोगों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। बताया कि वीकंेड पर ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। सामान्य दिनों में भी संख्या काफी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोनप्रयाग, लिनचैली, भीमबली, गौरीकुण्ड व केदारनाथ में मेडिकल टीम के माध्यम से थर्मल स्केनिंग की जा रही है। सुरक्षा के लिहाज से केदारपुरी में सतर्कता बरती जा रही है।