पाकिस्तान (Pakistan) ने बैन (Ban) करने के दस दिनों के भीतर ही टिकटॉक (Tiktok) को दोबारा से चालू कर दिया। पाकिस्तान के कट्टर समूहों ने टिकटॉक पर अश्लीलता (Vulgarity) का हवाला देते हुए टिकटॉक को बंद कराया था। लेकिन चीन (China) के दबाव में पाकिस्तान ने इसको दोबारा शुरू कर दिया है।
दरअसल भारत में टिकटॉक बैन होने के बाद पाकिस्तान में भी इसको बंद करने के लिए इमरान सरकार (Imran Government) पर दबाव बढ़ गया था। ख़ासकर मुल्ला मौलवियों ने इसमें परोसी जा रही अश्लीलता को बड़ा मुद्दा बनाया था। इस बीच अमेरिका ने भी प्राइवेसी को मुद्दा बनाकर इसको बैन कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान पर इसको बैन करने का दबाव बन गया था। हालांकि पाकिस्तान ने कंटेंट को लेकर टिकटॉक को बैन कर दिया था।
लेकिन चीन के दबाव में पाकिस्तान ने दस दिनों के बाद ही टिकटॉक को एक बार फिर पाकिस्तान में चलाए जाने की इज़ाजत दे दी है। चीन के साथ पाकिस्तान की दोस्ती से ज्य़ादा बिजनेस है। चीन पाकिस्तान में चाइना पाकिस्तान इकॉनॉमी कॉरिडोर (CPEC) बना रहा है। जोकि चीन को पाकिस्तान के पोर्ट तक एक्सेस देगा। यानि चीन अपना समान इस रास्ते से सीधा कराची पोर्ट तक पहुंचाएगा और वहां से निर्यात कर पाएगा। इस प्रोजेक्ट में चीन ने भारी भरकम निवेश किया है। इसी वजह से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान चीन की कंपनियों के खिलाफ कुछ नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए कट्टरपंथियों के भारी दबाव के बावजूद भी इमरान सरकार ने पाकिस्तान में एक बार फिर टिकटॉक को चलाने की इज़ाजत दे दी है।