कोरोना (Corona) से संक्रमित (infection) होकर जो ठीक हो चुके लोगों के लिए प्रदूषण (Pollution) बहुत ही खतरनाक हो सकता है। जानकारों (Expert) के मुताबिक चूंकि कोरोना लंग्स (lungs) पर असर करता है। ऐसे में प्रदूषण इसको और नुकसान पहुंचा सकता है। प्रदूषण के कारण कोरोना से उबर चुके लोगों को फ्लू, निमोनिया और दूसरी कई बीमारियां आसानी से हो सकती है। लिहाजा ऐसे लोगों को अपनी सेहत का ज्य़ादा ध्यान रखना चाहिए।
विशेषज्ञों और चिकित्सकों ने चेतावनी दी है कि जो मरीज कोरोना से उबर चुके हैं। उन्हें अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखना है। उन्हें फ्लू होने का ख़तरा काफी ज्य़ादा है वो भी इस प्रदूषण के मौसम में उन्हें कोई भी बीमारी आसानी से हो सकती है। लिहाजा लांग कोरोना से बचना बहुत जरूरी है। अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल JAMA के अनुसार, रोम के अध्ययन में क्रॉनिक “लॉन्ग कोविद” के आधे से अधिक पेशेंट को थकान सबसे आम लक्षण है। एम्स के डॉ. रणदीप के मुताबिक बढ़ते प्रदूषण, गिरते तापमान और त्योहार के मौसम में बढ़ती भीड़ के कारण लोगों को अपने को बचाना चाहिए। ख़ासकर वो लोग जोकि कोरोना से उबरे हैं।
पिछले कुछ दिनों में दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रदूषण काफी बढ़ गया है। कई कई जगहों पर तो ये 300 के स्तर को भी पार कर गया है। जोकि एक गंभीर की श्रेणी में आता है। हर साल दिल्ली और आसपास के इलाकों में गंभीर प्रदूषण की समस्या हो जाती है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान चावल की फसल के बाद बचे हई पुवाल को जला देते हैं। इससे ये सारा धुंआ दिल्ली और आसपास के इलाकों में जमा हो जाता है और सांस की बीमारी वाले मरीजों को भारी तकलीफ हो जाती है। हालांकि इस बार जो मरीज कोरोना से जंग जीतकर आएं हैं। उनके लिए ये मौसम और भी परेशान करने वाला हो सकता है।
2020-10-26