रविवार को प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने बिहार (Bihar) में जो बोला उसने बिहार के वोटरों (Voters) में नई सुगबुगाहट शुरू कर दी है। मोदी ने अपना पुराना डबल इंजन तो स्लोगन (Slogan) तो जारी रखा ही साथ ही इसमें डबल युवराज और जोड़ दिया। ये कटाक्ष लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों पर था, जिनके कारण पार्टी के कई वरिष्ठ नेता परेशान हैं। बिहार चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी कमान संभाल ली है। वो बिहार की जनता के बीच जाकर उनके साथ सीधा संवाद कर रहे हैं। पार्टी जानकारों के मुताबिक बिहार की जनता के बीच जो बातचीत मोदी जी कर रहे हैं, उससे एनडीए को बड़ा फायदा हो सकता है।
दरअसल इस डबल युवराज के नारे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की जनता को लालू राज के दौरान जंगल राज की भी याद दिलाई जब बिहार में शाम छह बजे के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने से हिचकिचाते थे। साथ ही किसी भी बिजनेसमैन से लूट खसोट हो जाया करती थी। लालू यादव के दोनों बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी कहने को तो एक ही पार्टी को चला रहे हैं। लेकिन दोनों के बीच एक दूसरे के प्रति कड़वाहट को देखते हुए राष्ट्रीय जनता दल और बिहार की राजनीति का समझ रखने वाले जानते हैं कि अगर ये राष्ट्रीय जनता दल की स्थित इस चुनावों में बेहतर रहती है तो दोनों भाइयों के मनमुटाव के कारण राज्य को चलाने में परेशानी होगी। ये बात पिछले चुनावों के बाद भी साफ हो गई थी। जब नीतीश कुमार ने लालू की पार्टी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश चुनावों का जिक्र भी मोदी ने अपने भाषण में किया, जब अखिलेश और राहुल गांधी ने मिलकर उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ा। लेकिन दोनों के बीच चुनावों के बाद एक दिन भी गठबंधन नहीं चला।
बिहार के अपने भाषणों में प्रधानमंत्री मोदी अक्सर महिलाओं को ये याद दिलाते हैं कि लालू के राज में किस तरह कोई बहन बेटी शाम को घर से निकलने से बचती थी, क्योंकि किसी का भी अपहरण हो जाता था। दूसरी ओर मोदी अक्सर बिहार में हो रहे विकास का भी जिक्र करते हैं। जैसे कल उन्होंने कहा कि गंगा निर्मल हो रही है। साथ ही कारखाने भी बिहार आ रहे हैं।
2020-11-02