कोरोना वायरस के ख़तरे के बावजूद अब लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने से कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं। अनलॉक होने के बाद लोगों ने अपने महत्वपूर्ण काम निबटाने के लिए आना जाना शुरू किया था। लेकिन अब लोग घुमने फिरने भी आ जा रहे हैं। कम से कम रेलवे के आंकड़ें तो यहीं दिखा रहे हैं।
रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक पूरे भारत में चल रही ट्रेनें 92 फीसदी भरकर चल रही है। इस समय रेलवे कुल मिलाकर 736 स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। इनमें से 327 ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट चल रही हैं। जबकि बाकी ट्रेनों में भी अच्छी ख़ासी संख्या में पैसेंजर सफर कर रहे हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी के यादव के मुताबिक फिलहाल हम इतनी ही ट्रेनें चला रहे हैं। अगर ये वेटिंग लिस्ट बढ़ती है तो हम डुप्लीकेट ट्रेनें भी चलाएंगे। ये सभी स्पेशल ट्रेनें हैं, इनमें हम कोरोना वायरस के सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। हमने मार्च में अपनी सारी सेवाएं रदद् कर दी थी। इसके बाद से अभी तक हमने जितना रेवेन्यू कमाया है। वो पिछले साल इसी पीरियड के मुकाबले 90 फीसदी कम है। इस दौरान रेलवे ने 3322 करोड़ रुपये इस दौरान कमाए थे। रेलवे ने त्यौहारों के मौसम में लोगों की मांग को देखते हुए 436 विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। जोकि 20 अकटूबर से चालू हो गई है। हालांकि पिछले साल के मुताबिक इस दौरान रेलवे का माल ढुलाई का कारोबार काफी चमका। चुंकि रेलवे के अलावा बाकी सभी तरह के यातायात के साधन बंद थे या फिर उनको एक राज्य से दूसरे राज्य जाने में परेशानियां थी। इसलिए रेलवे की माल ढुलाई का रेवेन्यु काफी बेहतर रहा।