लगातार चौथी बार नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री की शपथ लेगें। सोमवार को पटना में नए चुनकर विधायकों ने उम्मीद के मुताबिक नीतीश कुमार विधायक दल का नेता चुन लिया। हालांकि लंबे समय से उनके जोड़ीदार और राज्य के उपमुख्यमंत्री रहे सुशील मोदी को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है।
राजनाथ सिंह ने की नीतीश के नाम की घोषणा
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर पटना विधायक दल की बैठक में गए थे। उन्होंने नीतीश कुमार के नाम की घोषणा की। एनडीए के इस बार 125 विधायक चुनकर आएं हैं। राज्य के प्रशासन ने शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां भी शुरू कर दी है। पटना में नीतीश कुमार के साथ उनके मंत्री भी शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह सोमवार की शाम 4.30 मिनट पर होगा।
डिप्टी सीएम पर सस्पेंस बरकरार
बिहार में डिप्टी सीएम पद को लेकर अभी कुछ साफ नहीं हुआ है। हालांकि नीतीश के साथ लगातार सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेते रहे हैं। उन्हें बीजेपी विधानमंडल का अध्यक्ष भी चुन लिया गया है। लेकिन नीतीश कुमार सरकार बनाने का दावा पेश करके राजभवन पहुंचकर विधायकों के समर्थन का पत्र भी सौंप आएं। लेकिन पत्रकारों से बातचीत में सुशील मोदी के नाम पर नीतीश कुमार सवाल टाल गये, उन्होंने कहा कि, अभी फैसला नहीं हुआ है, थोड़ा इंतजार कीजिए। उनके इस बयान के बाद डिप्टी सीएम के नाम पर सस्पेंस पैदा हो गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब ये पूछा गया कि क्या कल उनके साथ उपमुख्यमंत्री भी शपथ लेंगे, तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी थोड़ी देर बाद ही मिल पाएगी।
तारकेश्वर प्रसाद बन सकते हैं उममुख्यमंत्री
भाजपा के वरिष्ठ नेता तारकेश्वर प्रसाद विधायक दल के उप नेता चुना गया है। इससे उनके बिहार का नया उपमुख्यमंत्री बनने की संभावना प्रबल हो गई है। इससे पहले सुशील मोदी एनडीए विधायक दल के उपनेता थे। लेकिन अब तारकेश्वर प्रसाद के उप नेता बनने के बाद उनके डिप्टी सीएम बनने का कयास लगाया जा रहा है। बीजपी सूत्रों के मुताबिक अगर सुशील मोदी डिप्टी सीएम नहीं बनते हैं तो उन्हें केंद्र में भेजा जा सकता है।
नीतीश ने सरकार बनाने का दावा पेश किया
इससे पहले एनडीए विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार के नाम पर मुहर लग गई। हालांकि इस दौरान बैठकों का दौर चलता रहा। जहां नीतीश कुमार ने जेडीयू विधायकों की बैठक अपने आवास पर की। वहीं बीजेपी विधायकों की बैठक बीजेपी की राज्य कार्यालय में हुई। इन बैठकों में केंद्रीय पर्वेक्षक राजनाथ सिंह को भी पहुंचना था। लेकिन वो देर से पटना पहुंचे। बाद में उन्होंने कई नेताओं से अलग अलग बैठक की। माना जा रहा है कि कैबिनेट के नामों को लेकर जेडीयू और बाकी दलों के बीच कॉडिनेशन का काम राजनाथ सिंह कर रहे हैं।