महेश शर्मा दिल्ली के मैदान गढ़ी इलाके में रहते थे, लेकिन दो साल पहले वो दिल्ली से परिवार समेत रिषीकेश में शिफ्ट हो गए। वजह थी, दिल्ली का प्रदूषण। उनका कंस्लटेसी का काम था, जोकि वो रिषीकेश से चला रहे हैं। सिर्फ महेश ही क्यों दिल्ली और एनसीआर के बहुत से लोग इन दिनों प्रदूषण से दूर उत्तराखंड और हिमाचल के होम स्टे या फिर अपने किराये के मकानों में रह रहे हैं। कई लोग तो स्थायी तौर पर दिल्ली और एनसीआर के प्रदूषण से दूर चले गए हैं। कल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी दिल्ली के प्रदूषण से दूर गोवा चली गई हैं।
महेश ने theekhabar.com को बताया कि दिल्ली में उनका एक अच्छा ख़ासा घर था। उनका काम भी अच्छा था, लेकिन कुछ सालों से वो लगातार बीमार रहने लगे थे। ख़ासकर सर्दियों में बार बार डॉक्टर उन्हें प्रदूषण से बचने की सलाह ही देता था। लेकिन दिल्ली एनसीआर में वो प्रदूषण से कैसे बच सकते थे। ज्य़ादातर समय घर के भीतर रहकर भी काम नहीं चल सकता था। कई बार बाहर जाना ही पड़ता था। इसलिए घर वालों के साथ मिलकर हमने फैसला लिया कि हम रिषीकेश में शिफ्ट हो जाएंगे। मां गंगा के किनारे हमारा मन भी लगा रहता है और स्वास्थ्य भी अब ठीक हो गया है।
इसी तरह गुरुग्राम के हरप्रीत सिंह की भी कहानी है। अपना कारोबार चलाने वाले हरप्रीत भी अब प्रदूषण के कम से कम चार महीने उत्तराखंड के मुक्तेश्वर में बिताते हैं। इस बात को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने तो वर्क फ्रॉम होम के लिए होम स्टे की एक योजना भी चला दी है। दिल्ली एनसीआर ख़ासकर गुड़गांव के काफी यंगस्ट्रर्स ग्रुप बनाकर होम स्टे से काम कर रहे हैं। इससे उन्हें गुड़गांव के प्रदूषण से भी मुक्ति मिली है और अब घर का किराया भी काफी कम हो गया है और प्रदूषण से तो मुक्ति मिल ही गई है।
और तो और अब तो कांग्रे्स अध्यक्ष सोनिया गांधी भी दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण की वजह से दिल्ली छोड़ गोवा चली गई हैं। उनको भी अस्थमा की समस्या है जोकि सर्दी और प्रदूषण की वजह से बढ़ रही थी। इसको देखते हुए उन्हें भी डॉक्टर्स ने प्रदूषण से दूर रहने की सलाह दी थी। इसे मानते हुए वो भी गोवा में स्वास्थ्य लाभ लेने गई है।
2020-11-21