How to use honey:अभी तक आपने शहद के गुण ही पढ़े या सुने होंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि शहद आपको बीमार भी कर सकता है। वो भी ऐसा बीमार कि इससे मृत्यु तक हो सकती है। जी हां जो आयुर्वेद शहद (मधु) को बीमारियों को भगाने वाला शरीर में ताकत देने वाला और शरीर में टूटे हुए जोड़ने वाला बताया गया है। वो शहद ही मौत का कारण भी बन सकता है। बहुत सारे लोग शहद को गरम पानी या चाय में पीते हैं। चरक संहिता के श्लोक 245-246 के मुताबिक गरम किया हुआ मधु मृत्युकारक होता है।
गरम पानी या चाय में ना पीएं शहद
दरअसल हाल ही में शहद में मिलावट की खबरें आई हैं। सेंट्रल फॉर साइंस एंड इनवायरमेंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक बाज़ार में उपलब्ध बहुत सारे शहद में मिलावट हैं। कई में तो चीनी सिरप की मिलावट भी पाई गई है। लेकिन इससे भी ख़तरनाक बात ये है कि देश में बहुत सारे लोग अज्ञानता की वजह से शहद को गरम पानी-गरम चाय में डाल कर पीते हैं। दरअसल शहद मधुमख्यियों से बनता है। जोकि खुद विषैली होती हैं। अगर कोई व्यक्ति गरम तासीर का है और ये उष्णता से परेशान है तो शहद उसके लिए हानिकारक हो सकता है। अगर उसने गरम पानी या गरम चाय में या किसी भी गर्म वस्तु के साथ शहद खा लिया तो उसके लिए बहुत परेशानी हो सकती है। चरक संहिता के मुताबिक ये मारक भी हो सकता है। यानि इससे मृत्यु तक हो सकती है।
थोड़ी मात्रा में ही खाएं शहद
डॉ. रश्मि शर्मा के मुताबिक शहद को बहुत ही थोड़ी मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए और इसको बहुत ज्य़ादा नहीं खाना चाहिए। अगर इसको बहुत ज्य़ादा खाया जाएगा तो इससे आम दोष हो जाता है। यानि शहद पेट में ही रह जाता है। वो पचता नहीं है। पेट में रहकर ये ज़हर के समान हो जाता है। आयुर्वेद के मुताबिक ये आम रोग कहलाता है। ये मधवाम से बढ़कर दूसरा रोग कोई कष्टकारी रोग नहीं होता। यानि जिसको ये रोग हो जाता है। वो बहुत ही परेशान रहता है। असल में इस बीमारी में कोई भी दवा काम नहीं आती, कई बार तो जो दवा की जाती है। वो उल्टी पड़ती है। लिहाजा शहद का इस्तेमाल बहुत ही ध्यान से करना चाहिए। ये जितना फायदा पहुंचाने वाला होता है। अगर गलत तरीके से इसका इस्तेमाल किया जाए तो ये नुकसान पहुंचा सकता है।