Kisan Andolan Update: किसान दिवस के दिन कुछ लोगों ने किसानों संगठनों को भारत के अंदरूनी मुद्दे को विदेशों में फैलाने का षड़यंत्र रचा है। इसके तहत देश की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। कुछ किसान नेताओं ने इंग्लैंड के सांसदों को पत्र भेजकर अपील की है कि वे अपने प्रधानमंत्री को किसानों के समर्थन में भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत करने के लिए आने से रोकें। चुंकि इस बार ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अथिति होंगे। ख़ास बात ये है कि ठीक इसी तरह जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आए थे तो सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान दंगा फैलाया गया था। दूसरी ओर केंद्र सरकार के सरकार के साथ बातचीत को किसान संगठनों ने लगभग ख़ारिज कर दिया है। किसान संगठनों ने सरकार से एक बार फिर पूछा है कि क्या कृषि कानून रद्द होंगे या नहीं।
डोनाल्ड ट्रंप दौरे पर दंगा दोहराने की तैयारी?
जिस तरह से कुछ चुनिंदा किसान नेता ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और वहां के सांसदों को इस मामले में शामिल करने की कोशिशों मे लगे हुए हैं, ठीक इसी तरह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत आने से पहले सीएए के खिलाफ चिट्ठियां अमेरिकी सांसदों को भेजी जा रही थी। जब इस साल के फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दिल्ली पहुंचे थे तभी दिल्ली के कुछ इलाकों में सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने दंगा कर दिया था, ताकि सीएए का मामला अंतरराष्ट्रीय मंच पर ज्य़ादा से ज्य़ादा उछाला जा सके। बोरिस जॉनसन के भारत आने से पहले ही उसी तरह की चिट्ठियां अब ब्रिटेन के सांसदों को लिखी जा रही हैं। उसी तरह का माहौल बनाने की कोशिशें अब हो रही हैं। मंगलवार को जिस तरह से दिल्ली के बाकी रास्ते भी बंद किए गए। उससे दिल्ली और आसपास के इलाकों में हाहाकार मच गया। पूरी दिल्ली में आने जाने के रास्तों पर कई कई घंटो का जाम लग गया था।
आंदोलनकारी किसानों ने बातचीत के लिए लगाई शर्त
आंदोलन कर रहे किसान संगठन सरकार को औपचारिक जवाब बुधवार को सभी संगठनों से बातचीत के बाद देंगे। दूसरी ओर किसानों ने कुंडली बॉर्डर पर जीटी रोड जाम कर धरना दे रहे किसानों के कारण आसपास के लोगों की मुश्किलें अब बढ़ गई हैं। किसानों ने धरनास्थल से करीब छह किलोमीटर पीछे प्रीतमपुरा के पास ही जीटी रोड के साथ-साथ सर्विस रोड को भी पूरी तरह से जाम कर दिया है। यहां से दोपहिया वाहनों को भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। इसके अलावा मंगलवार को युवा किसानों ने केजीपी (कुंडली-गाजियाबाद-पलवल) एक्सप्रेस-वे से जीटी रोड पर दिल्ली की ओर उतरने वाले रोड को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया। ऐसे में कुंडली, प्याऊ मनियारी व आसपास के क्षेत्र में काम करने वाले या रहने वाले लोगों के लिए अब समस्या खड़ी हो गई है। यहां से लोग पैदल ही आवागमन कर सकते हैं।
UP Border: किसानों ने मंगलवार को आठ घंटे तक यूपी बॉर्डर पर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे को जाम कर दिया। दिल्ली से गाजियाबाद जाने के लिए वाहन चालक भटकते रहे। इससे दिल्ली से गाज़ियाबाद और नोएडा जाने वाले रूटों पर भारी जाम लग गया। जोकि बार्डर से लेकर कई किलोमीटर तक फैल गया। इससे ऑफिस आने जाने वाले और मेडिकल सेवाओं पर भी असर पड़ा।