Corona update: कोरोना के मामले में देश में अच्छी ख़बरें लगातार आ रही हैं, अब देश में पिछले 24 घंटों में सिर्फ 18 हज़ार कोरोना संक्रमित मरीज़ (corona effected patient) मिले हैं। जोकि पिछले छह महीनों में सबसे कम है। इससे पहले कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 300 से नीचे पहुंच गई है। एक्टिव केस के मामले में भी देश में ख़ासी कमी आ गई है।
दरअसल दिसंबर महीने में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं, रोज़ाना ठीक होने वाले मरीजों की संख्या संक्रमित होने वाले मरीज़ों से ज्य़ादा हो रही है। सिर्फ दिसंबर में तीसरी बार एक दिन में 20 हजार से कम कोरोना संक्रमित आए हैं। इससे पहले 16 दिसंबर को 18 हजार, 21 दिसंबर को 19 हजार 147 और 26 दिसंबर को 18 हजार 575 मरीज संक्रमित पाए गए हैं।
एक्टिव केस में कमी
ठीक होने वाले मरीज़ों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इसकी वजह से एक्टिव केस काफी कम हो गए हैं (corona active cases gone down)। एक्टिव मरीजों के मामले में भारत अब दुनिया में 10वें नंबर का देश हो गया (India in now at number 10th in active cases issue) है। भारत में एक्टिव केस लगातार तीन लाख से कम बने हुए हैं। फिलहाल भारत में 2.80 लाख एक्टिव केस हैं। दुनिया में सबसे ज्य़ादा एक्टिव केस अमेरिका में है, जहां 76 लाख एक्टिव केस हैं।
कोरोना को लेकर रणनीति हुई कामयाब
दूसरी ओर नए स्ट्रेन के पाए जाने के खौफ से कई राज्यों ने अपने यहां नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही लगातार हो रही निगरानी और लोगों के जागरूक होने की वजह से कोरोना के मामले में अब थोड़ी राहत दिखाई दे रही है। नए स्ट्रेन को लेकर कोरोना पर नेशनल टास्क फोर्स की बैठक भी हुई है। इसमें स्वास्थ्य विभाग, नीति आयोग और ICMR के विशेषज्ञ शामिल हुए। टास्क फोर्स के सदस्य और एम्स के डायरेक्ट डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि “नए स्ट्रेन से डरने की जरूरत नहीं है। बेशक स्ट्रेन ख़तरनाक है, लेकिन इसके लिए मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ेगी”।
डॉ. गुलेरिया के मुताबिक “वायरस म्यूटेट होता ही है, एक महीने में कम से कम दो बार ये अपना रूप बदलता है। लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं है। बीमारी के लक्ष्ण और इलाज़ की रणनीति में अभी तक कोई बदलाव नहीं है। लिहाजा हमारी रणनीति कारगर साबित हो रही है। जरूरत इस बात की है कि अगले छह से आठ हफ्ते में हम कोरोना से मरने वालों की संख्या में और कमी करें”।