#BirdFlueUpdate: कोरोना महामारी के वैक्सीनेशन शुरू होने से पहले ही बर्ड फ्लू ने भारत में इंट्री मार ली है। कई मामलों में बर्ड फ्लू कोरोना से ज्य़ादा घातक हो सकता है। क्योंकि इसके कुछ स्ट्रेन (H1N1 और H7N9) इंसानों के लिए बेहद खतरनाक होते हैं। जहां कोरोना से मरने वालों की दर भारत में दो परसेंट से भी कम है। वहीं इन स्ट्रेन से 40 फीसदी तक की मौत हो सकती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक इसके बचाव ही इसकी इलाज है। इससे बचाव के लिए अंडा, चिकन, अधपका मांस खाने से पूरी तरह बचना चाहिए। 160 डिग्री फॉरेनहाइट तापमान पर पका भोजन सुरक्षित हो सकता है। अगर आसपास में किसी पक्षी की असामान्य मौत होती है तो उसे सीधे छूने से बचना चाहिए।
डॉ. एमसी मिश्रा के मुताबिक देश में कुछ पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू से हो गई है। बर्ड फ्लू के कुछ स्ट्रेन बेहद जानलेवा होते हैं, इसलिए इस दौरान लोगों को सुरक्षित रहने और पूरी तरह पकी चीजें ही खानी चाहिए।
सबसे जरूरी है कि खाने पीने में मांस ख़ासकर मुर्गी और अंडों से बचना चाहिए। इनके जरिए ही ये बीमारी इंसानों में फैल जाती है। अगर ये पक्षियों में ही रहेगा तो ज्य़ादा ख़तरा नहीं है। लेकिन इंसानों में फैल गया तो इसका काफी नुकसान हो जाता है।
इससे पहले देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। जहां मामला राजस्थान में कुछ स्थानों पर कौओं के मरने के बाद बर्ड फ्लू की आशंका पैदा हो गई थी। वहीं हिमाचल प्रदेश, केरल, मध्यप्रदेश और हरियाणा में इसके मामलों की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में इस बीमारी का इलाज भी इससे बचाव को ही बताया जा रहा है।