#BudgetUpdate: कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था में गिरावट को देखते हुए इस बार का बजट खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देखरेख में बनेगा, इसके लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों के साथ मुलाकात कर रहे हैं। सीएसओ के आंकड़ों के मुताबिक अगले साल राष्ट्रीय आय में 7.7 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। इसको देखते हुए इस बार बजट में सरकार को अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई सारे उपाय करने होंगे।
बजट पर सलाह के लिए बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार, नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत, अर्थशास्त्री अरविंद पनगढिया, के वी कामथ, राकेश मोहन, शंकर आचार्या, अरविंद विरमानी, शेखर शाह और अशोक लाहिड़ी शामिल हैं। इससे पहले के बजट में इस तरह की बैठक वित्त मंत्री किया करते थे। लेकिन इस बार ये बैठक प्रधानमंत्री खुद ले रहे हैं। इससे बजट को लेकर सरकार की गंभीरता का पता चलता है।
दरअसल कोरोना के कारण देश की अर्थव्यवस्था काफी गिर गई है। बेरोज़गारी काफी बढ़ गई है। इसको लेकर सरकार काफी परेशान हैं। हाल ही में सरकार ने आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाते हुए कृषि क्षेत्र में कई कदम उठाए थे। लेकिन इसमें भी आढतियों, कमीशन एजेंट्स और राजनैतिक दलों ने किसान संगठनों के साथ मिलकर विरोध शुरू कर दिया। इसलिए इस बार के बजट काफी महत्वपूर्ण हैं। अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए बजट में ही कई उपाए करने पड़ेंगे। इसलिए खुद प्रधानमंत्री बजट के सलाह मश्विरा की बैठक खुद ले रहे हैं।