फिल्म तांडव के खिलाफ लोगों का गुस्से के कारण अब ओटीटी प्लेटफार्म पर रेगुलेशन लाने की मांग उठने लगी है। बड़ी बात ये है कि इस तरह की कंटेंट को रेगुलेट करने का अधिकार सूचना प्रसारण मंत्रालय को है ही नहीं, दरअसल ऑनलाइन कंटेंट का मामला ट्राई और इंफोरमेशन टेक्नॉलॉजी मंत्रालय के पास है। इसलिए बहुत बार चाहकर भी इसपर सूचना प्रसारण मंत्रालय कुछ कर नहीं पाता। जबकि ट्राई और आईटी मंत्रालय के पास कंटेंट के सर्टिफिकेशन का कोई मैक्निज्म है ही नहीं। इसलिए वहां कंटेंट कोई देखने वाला ही नहीं है।
देश में फिलहाल ओटीटी प्लेटफार्म पर किसी तरह की कोई रोकटोक नहीं थी। यहां उल्लू और ऑल्ट बालाजी के अलावा कई सारे ओटीटी के एडल्ट कंटेंट पर कोई रोकटोक नहीं है। जहां “गंदी बात” “पौरूषपुर” चरमसुख, खुल जा सिमसिम और लस्ट स्टोरीज़ जैसी फिल्म आम लोगों के साथ साथ बच्चे भी देख सकते हैं।
दरअसल इस तरह की सीरिज़ को बैन करने का सूचना प्रसारण मंत्रालय के पास कोई अधिकार ही नहीं है। चूंकि ये एक नए तरीके का प्लेटफार्म है, जिनपर फिल्म कंटेंट रिलीज हो रहा है। इसको लेकर अधिकार ट्राई और इंफोरमेशन टेक्नॉलॉजी मंत्रालय के पास है। इससे पहले भी इस तरह के कंटेंट को रेगुलेट करने की मांग लगातार उठती रही है। लेकिन यूट्यूब और अन्य कंटेंट प्रोवाइडर्स की लॉबी ने इसको अभी तक रोककर रखा था। हालांकि इससे पहले जब इस तरह का मामला उठा था तो कि फिलहाल इन्हें रेगुलेट करनी की जरूरत नहीं है। भविष्य में जरूरत होगी तो करेंगे।
तांडव की टीम पर FIR
वेब सीरिज़ के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर हो गई है, वहीं दूसरी ओर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने अमेजन प्राइम को ये फिल्म अपने प्लेटफार्म से हटाने के लिए कानूनी नोटिस भेजा है।
इससे पहले इंफोरमेशन एंड ब्रॉडकॉस्टिंग मंत्रालय ने भी अमेजन प्राइम को नोटिस भेजा था। इस फिल्म में हिन्दु देवी देवताओं का मज़ाक उड़ाया गया है, साथ ही दलितों पर टिप्पणियां की गई है। इसको लेकर आम लोगों में फिल्म को लेकर काफी नाराज़गी है।
लखनऊ में हुई एफआईआर में फिल्म के सभी लोगों का नाम लिखवाया गया है। इसमें कई धाराएं भी लगाई गई है। इस एफआईआर की कॉपी ट्विट करते हुए उत्तर प्रदेश के बीजेपी प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने लिखा कि “जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं है। घटिया वेबसीरिज़ की आड़ में नफरत फैलाई जा रही है। इस फिल्म की पूरी टीम के खिलाफ योगीजी के उत्तर प्रदेश में गंभीर धाराओं में मामला दर्ज, जल्द ही गिरफ्तारी की तैयारी”।
इधर दिल्ली में भी कपिल मिश्रा ने अमेज़न प्राइम को लीगल नोटिस भिजवा दिया है। इसके तहत उन्होंने कंपनी से अपने ओटीटी प्लेटफार्म से इस सीरिज़ को हटाने की मांग की है। नोटिस के बाद उन्होंने कहा कि ये फिल्म देशविरोधी, धर्मविरोधी और दलितविरोधी है। इस फिल्म में हिंदु देवी देवताओं का मज़ाक उड़ाया गया है। हिन्दु-मुसलमानों को लड़ाने की कोशिश की गई है। हमने नोटिस में कंपनी को कहा है कि अगर ये कंटेंट नहीं हटा तो कंपनी पर क्रिमिनल प्रोसिडिंग की जाएगी।